
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 10,667 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 3,43,091 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 9900 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 153178 सक्रिय हैं। जबकि 180013 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 187 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 6,662
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 187 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 6,662 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 2398 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 4,226 लोग ठीक हुए हैं। वहीं अबतक 38 लोगों की मौत हुई है। इनमें से एक मधुबनी जिले के 55 वर्षीय व्यक्ति थे जो मुंबई से आये थे और आने के क्रम में ही उनकी तबियत बिगड़ गई थी। दूसरा मुजफ्फरपुर जिले के 72 वर्षीय व्यक्ति थे जो दिल्ली से हाल के दिनों में ही लौटे थे।
#BiharFightsCorona
2nd update of the day.
➡️81 more #COVID19 +ve cases in Bihar taking the total to 6662. The details are as follows. We are ascertaining their trail of infection. #BiharHealthDept pic.twitter.com/pYT3377dwZ— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) June 15, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, नए मामलों में सर्वाधिक 22-पूर्णिया, 18-मुज़फ्फरपुर, 16-सिवान, 15-दरभंगा में मिले हैं। जबकि राज्य में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 330-पटना, 327-भागलपुर, 308-बेगूसराय और 304-मधुबनी हैं। गौरतलब है कि अब तक कुल 1,27,126 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
सीबीआई ने सभी राज्यों को ऑनलाइन भुगतान धोखाधड़ी व फर्जी सैनिटाइजर पर बेचने वाले गिरोह को लेकर किया आगाह
जैसे ही COVID-19 महामारी पूरी दुनिया में तेजी से फैली, लोग घबराहट में हैंड सैनिटाइजर खरीदने लगे और उसके कारण जल्द ही यह स्टॉक से बाहर हो गया और यहां तक की नकली और संदिग्ध हैंड सैनिटाइटर बाजार में अपनी जगह बनाने लगे।
सोमवार को सीबीआई ने इंटरपोल से मिली जानकारी के आधार पर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस को सतर्क किया है कि कई गिरोह काफी विषैले मेथानॉल के प्रयोग से बने हैंड सेनिटाइजर बेच रहे हैं और एक अन्य तरह का गिरोह भी काम कर रहा है जो खुद को पीपीई और कोविड-19 से जुड़े मेडिकल आपूर्तिकर्ता बताता है। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी।
अधिकारियों ने कहा कि सूचना मिलते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तुरंत पुलिस अधिकारियों को सतर्क किया है कि गिरोह को लेकर सतर्क रहें जो इस तरीके से तुरंत धनोपार्जन में लगे हुए हैं।
सीबीआई को पता चला है कि कोविड-19 से जुड़े मेडिकल उपकरण की खरीदारी करने वाले अस्पतालों व अन्य संगठनों के साथ ऑनलाइल बुकिंग के नाम पर भी ठगी की जा रही है। कुछ अपराधी पीपीई किट और कोविड-19 से जुड़े उपकरणों के निर्माता के प्रतिनिधि बनकर अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। इस तरह के सामान की कमी का लाभ उठाते हुए वे अधिकारियों और अस्पतालों से ऐसा गिरोह ऑनलाइन भुगतान होने के बाद कोई सामान या उपकरण नहीं भेजता है।
अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल ने जानकारी दी है कि मेथानॉल का इस्तेमाल कर फर्जी हैंड सेनिटाइजर बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि मेथानॉल काफी विषैला पदार्थ होता है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान जहरीले हैंड सेनिटाइजर के इस्तेमाल के बारे में अन्य देशों में ऐसे उदाहरण सामने आए हैं। बतादें कि मेथानॉल काफी विषैला होने के साथ साथ मानव शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं।
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