बिहार में मंकीपॉक्स का मिला पहला मामला, 65 देशों के आंकड़ों से सतर्क हुआ भारत, बाहर से आने वाले यात्रियों पर बढ़ाई गई सतर्कता……

Reported by :- RAHUL KUMAR

Edited by:- SIDDHARTH PANDEY

कोरोना जैसी महामारी का मंजर देखने के बाद अब एक नई बीमारी ने पूरे विश्व को परेशान कर दिया है। बिहार में मंकीपॉक्स संक्रमण के दस्तक ने राज्य और केंद्र दोनो सरकारों की चिंताएं बढ़ा दी है। पटना में इस संक्रमण से पीड़ित एक संदिग्ध महिला मरीज की पहचान हुई है। पीड़ित महिला पटना सिटी के गुरहट्टा इलाके की रहनेवाली है। मंकीपॉक्स के इस पहले संदिग्ध मामले के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। हालांकि विभाग इसे अब तक संदिग्ध मान रहा है, लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट में साझा की गई जानकारी के अनुसार डॉक्टरों का कहना है कि महिला में मंकीपॉक्स के सभी लक्षण मिले हैं। वैसे पीएमसीएच की टीम सैम्पल इक्टठा करने के लिए गुरहट्टा स्थित महिला के आवास पर पहुंच गयी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। भारत में मंकीपॉक्स के अब तक 4 मरीज सामने आये हैं। दिल्ली में एक और केरल में तीन मंकीपॉक्स के मरीज मिले हैं।

बचाव के लिए क्या कर रही है सरकार….

देश के साथ साथ मंकीपॉक्स को लेकर बिहार में भी अलर्ट है। केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन को सभी चिकित्सा प्रभारियों को भेजा जा चुका है। गाइडलाइन के मुताबिक सभी चिकित्सक, आशा और एएनएम को मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में ठीक से बताने का निर्देश दिया गया है। एनएम या आशा को किसी मरीज में यह लक्षण मिले तो वो तुरंत इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें।

मंकीपॉक्स के बारे में बताया जाता है कि यह एक वायरस है जो मवेशियों से मनुष्य में फैलता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से यह वायरस मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है।

कैसे पहचाने इसे क्या हैं इस बीमारी के लक्षण…..

बुखार

-सिर दर्द

-मांसपेशियों में दर्द

-पीठ दर्द

-सूजी हुई लसीका ग्रंथियां (swollen lymph nodes)

-ठंड लगना

-थकावट

-त्वचा का फटना

-शरीर में रैशेज

-गला खराब होना

-बार-बार खांसी आना

-सुस्ती आना

-खुजली की समस्या


विश्व में क्या है इस बीमारी की स्थिति, भारत सरकार ने क्यों हर विदेशियों पर बढ़ाई सतर्कता….

65 देश में कुल 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आये हैं। भारत में विदेशों से आने वाले पर्यटकों एवं नागरिकों पर स्वास्थ्य विभाग की कड़ी नजर है। देश के सभी एयरपोर्ट अथॉरिटी को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में दाखिल होने वाले विदेशी नागरिकों पर सख्त निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। मंकीपॉक्स वायरस का लक्षण दिखने पर विदेशी नागरिकों का सैंपल एकत्र करने का भी निर्देश दिया गया है। बॉर्डर पर मंकीपॉक्स के लक्षण वाले मरीज यदि मिलते हैं तो वहां तैनात डॉक्टरों की टीम सैंपल इक्ट्ठा कर इलाज की व्यवस्था करेगा।

विश्व स्वास्थ संगठन ने इस बीमारी को किया ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित….


डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किये जाने की बात सामने आते ही लोग इसे लेकर अलर्ट हो गये हैं। डब्ल्यूएचओ की माने तो शारीरिक संबंध बनाने से यह संक्रमण तेजी से फैलता है। इसे लेकर विशेष सावधानी बरतने की बात कही गयी है। सभी संदिग्धों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग करने का निर्देश स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है।