ईरान में फंसे जायरीनों को भारत वापस लाना हमारी प्राथमिकता, बोले विदेश मंत्री, अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध

भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 73 तक पहुंच गई है. कोरोना को लेकर लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार दुनिया के किसी भी भाग में रहने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कटिबद्धहै. लोकसभा में कोरोना वायरस पर बयान देते हुए एस जयशंकर ने कहा कि इटली में फंसे भारतीयों की मदद के लिये चिकित्सा दल भेजा गया है और जो जांच में निगेटिव पाये जायेंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति होगी. इसके साथ ही वहां नोडल आफिस स्थापित किया जा रहा है.

ईरान में फंसे हैं 6,000 भारतीय

लोकसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान में फंसे जायरीनों को वापस लाने पर जोर दिया. विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान में 6,000 भारतीय फंसे हैं जिसमें महाराष्ट्र के 1100 श्रद्धालु और जम्मू कश्मीर के 300 छात्र शामिल हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता श्रद्धालुओं को वापस लाने का है जिसमें अधिकतर ईरान के कोम में फंसे हैं. उन्होंने कहा कि ईरान में फंसे भारतीय में से 529 के नमूने में से 229 जांच में निगेटिव पाये गए हैं.

संक्रमण मुक्त होने का प्रमाण पत्र अनिवार्यता

एस जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप की मौजूदा स्थिति को देखते हुये किसी भी व्यक्ति की स्वदेश वापसी के लिए संक्रमण मुक्त होने के प्रमाणपत्र की अनिवार्यता का सख्ती से पालन किया जाना जरूरी है.