केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 2,26,769 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 6348 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 110960 सक्रिय हैं। जबकि 109462 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 126 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 4452
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 126 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4452 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 2,303 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 2121 लोग ठीक हुए हैं और 28 लोगों की मौत हुई है । गौरतलब है कि अबतक बिहार में 3 मई 2020 के बाद आए प्रवासियों में COVID-19 पॉजिटिव संख्या 3187 है।
#BiharFightsCorona
2nd update of the day.
➡️32 more #COVIDー19 +ve cases in Bihar taking the total to 4452. The details are as following. We are ascertaining their trail of infection.#BiharHealthDept pic.twitter.com/uKxSbqAW9J— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) June 4, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक,आज नए मामलों में से पूर्णिया में सर्वाधिक 13 मरीज़ मिले जबकि खगड़िया व वैशाली में 12-12 और गोपालगंज में 10 मरीज़ मिले। वहीं, आज नवादा में 8 और सुपौल, रोहतास व जहानाबाद में 7-7 केस दर्ज हुए। गौरतलब है कि अब तक कुल 88,313 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
ईरान में कोविड-19 की दूसरी लहर का खतरा, नए मामलों में एक दिन की सर्वाधिक बढ़ोतरी दर्ज
ईरान में कोविड-19 की दूसरी लहर का खतरा नज़र आने लगा है और कुछ दिनों से वहां कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ईरानी सरकार ने गुरुवार को बताया कि 24 घंटों में कोरोना के 3,574 नए मामले सामने आए जो अबतक की सर्वाधिक बढ़ोतरी है। इससे पहले, 30 मार्च को 3186 मामले रिपोर्ट हुए थे।
डब्लूएचओ : लॉकडाउन में ढील से संक्रमण बढ़ा
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, जिन देशों ने लॉकडाउन में ढील देने में जल्दबाजी की, वहां संक्रमण की दूसरी लहर देखी जा रही है। डब्लूएचओ डायरेक्टर टेड्रोस एडनहोम घेब्रियेसुस ने कहा, “कुवैत, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और वुहान के उदाहरण हमारे सामने हैं। वुहान में हमने फिर मामले देखे। जर्मनी में भी यही हुआ और दक्षिण कोरिया में भी यही खतरा है। अच्छी बात ये है कि इन सभी देशों के पास महामारी से निपटने की पूरी क्षमता है।
गौरतलब है कि इस संगठन की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने मई महीने में कहा था कि महामारी से निपटने में भारत की कोशिशों की तारीफ की। यह उम्मीद भी जताई कि वैक्सीन तैयार करने में भी भारत अहम रोल अदा करेगा। सौम्या ने कहा, “दूसरे देशों की तुलना में भारत ने संक्रमण और मृत्यु दर काफी कम रखने में कामयाबी हासिल की।” उनके मुताबिक, संक्रमण कई महीनों या शायद कुछ साल तक रह सकता है।
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