विज्ञान के सकारात्मक उपयोग से समृद्ध बनेगा देश-प्रो. शांडिल्य

कॉलेज ऑफ कामर्स, आर्टस एंड साइंस के जैव विज्ञान विभाग में समकालीन मुद्दों विषय पर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय वेबनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का उद्घाटन करते हुए प्रिंसिपल प्रो तपन कुमार शान्डिल्य ने कहा कि विज्ञान के विभिन्न आयामों का मनुष्य के जीवन और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पडता है। उन्होंने कहा कि कि विज्ञान का सकारात्मक प्रयोग कर हम देश को समृध्द और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।

तकनीक के इस्तेमाल से कृषि में आएगी क्रांति

वेबिनार में इंस्टीट्यूट ऑफ पास्टियोर पेरिस के डॉ. डीप्तो सिंहा ने एपिकॉम्पलेकशन पारासाइटस के विभिन्न कार्यकलापों पर विस्तार से प्रकाश डाला। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय वनस्पति विभाग की डॉ तनुजा ने अपने व्याख्यान में सूक्ष्म जीवों का स्वास्थ्य और पर्यावरण पर होने वाले प्रभाव और उसके निवारण के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के प्रो अल्ताफ अहमद ने कृषि के क्षेत्र में बायो टेक्नालॉजी और नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग कर पर जोर देते हुए कहा कि कि इन तकनीकों का प्रयोग कर देश में कृषि के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है।

इस से पहले अतिथियों का स्वागत करते हुए वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने वर्तमान समय में जैव विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला। वेबिनार को अन्य लोगों के अलावा प्रो. मुनव्वर फ़ज़ल, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. मनोज कुमार समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने भी अपने विचार रखे। वेबिनार का संचालन सांत्वना रानी ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मुनव्वर फ़ज़ल ने किया।