विधानसभा चुनाव की तैयारी में जूटी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०), जीतनराम मांझी ने अपने आवास से मधेपुरा जिला के पार्टी नेताओं से की वर्चुअल मीटिंग

बिहार में विधानसभा का चुनाव काफी नजदीक है और प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी शुरू कर दी है. वहीं चुनाव आयोग भी चुनाव कराने को लेकर गाइडलाइन जारी करने वाली है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पटना आवास से मधेपुरा जिला हम पार्टी नेताओं से वर्चुअल मीटिंग की. मिटिंग के दौरान मांझी ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब न्यायपालिका में दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अतिपिछडा को आरक्षण का लाभ देते हुए उन्हें आरक्षण दिया जाए जिससे कि वह समाज के साथ न्याय कर पाएं.

श्याम रजक का दलित प्रेम उजागर-मांझी

उन्होंने कहा कि आरक्षण की लड़ाई लड़ने के लिए हमने विधायकों की एक कमिटी बनाई है जो सभी विधायक चाहते थे कि उस कमिटी का अध्यक्ष मैं बनू पर मैंने श्याम रजक को उक्त कमिटी का अध्यक्ष बनाकर आंदोलन छेड़ने की बात कही और उस कमेटी की बैठक शुरू हो गई. जिससे घबड़ाकर एक दल के नेता ने अपने विधायकों को उक्त कमिटी से अलग कर लिया और उक्त दलित आंदोलन को ख़त्म कर दिया. परन्तु पता नहीं क्यों श्याम रजक भी अब वैसे ही लोगों के गोद में जाकर बैठ गएं, जिससे साफ़ हो गया है कि उन्हें दलितों से ज़्यादा अपने कुर्सी की परवाह है.

कार्यकर्ताओं को तत्पर रहने का निर्देश

मांझी ने वर्चुअल मिटिंग के दौरान कोरोना और बाढ़ में जनता के सुविधाओं के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तत्पर रहने का निर्देश दिया और कहा कि जितना संभव हो पीड़ितों की मदद करें.

इस मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेश्वर यादव राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ संतोष कुमार सुमन, प्रदेश अध्यक्ष बीएल वैश्यंत्री, मंजू सरदार पूर्व प्रत्याशी सिंघेश्वर, गीता पासवान, ज्ञान प्रकाश, अमरेन्द्र त्रिपाठी, दीपक कुमार, रुपेश यादव, अखिलेश कुमार, किशोर कुमार मुन्ना, जिला अध्यक्ष मधेपुरा रामजीत राय आदि मीटिंग में शामिल थे।