पीआईबी पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार को मिला तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान, 1977 से भागलपुर की नाट्य संस्था दिशा से जुड़े हैं कुमार

प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो पटना में सहायक निदेशक और लेखक-पत्रकार के तौर संजय कुमार का चयन “तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान 2020” के लिए किया गया है। अंग मदद फाउंडेशन भागलपुर, स्वाधीनता सेनानी शुभकरण चूड़ीवाला की याद में ‘तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान’ विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे प्रतिष्ठित लोगों को सम्मान देती आ रही है। इस बार भागलपुर के रहने वाले संजय कुमार का चयन किया गया है,जो प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो पटना में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं. श्री कुमार 1987 से पत्रकारिता कर रहे हैं।

1993 में भारतीय सूचना सेवा में चयनित

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद 1993 में भारतीय सूचना सेवा में चयनित हो गए उसके बाद प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन समाचार और पत्रिका सैनिक समाचार मैं बतौर संपादक कार्य कर चुके हैं। साथ ही मीडिया, पर्यावरण और सामाजिक सरोकार को लेकर राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में लगातार लिखते रहे हैं।

संजय कुमार की अब तक 10 पुस्तकें प्रकाशित

संजय कुमार की अब तक 10 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है, जिनमें तालों में ताले अलीगढ़ के ताले, नागालैंड के रंग बिरंगे उत्सव, 1857 जनक्रांति के बिहारी नायक, बिहार की पत्रकारिता तब और अब, आकाशवाणी समाचार की दुनिया, रेडियो पत्रकारिता, मीडिया में दलित ढूंढते रह जाओगे, मीडिया:महिला,जाति और जुगाड़ और मीडिया में दलित प्रमुख हैं। विलुप्त होती गौरैया पर पुस्तक, अभी मैं जिन्दा हूँ ..गौरैया, प्रकाशन की प्रतीक्षा में है।

आकाशवाणी भागलपुर में वार्ता और नाटकों में भागीदारी भी की है। साथी ही नुक्कड़ नाटक आंदोलन के शुरुआती दौर से भागलपुर की नाट्य संस्था दिशा से 1977 से सक्रिय रहे हैं। सरकारी मीडिया में रहने के साथ साथ लेखन और पत्रकारिता को एक प्रोफेशन के तौर पर देखते हुए लगातार काम करते आ रहे हैं ।