कंगना रनौत और उद्धव ठाकरे के बीच चल रही जंग से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है. लेकिन शरद पवार ने शिवसेना का बचाव किया. एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि यह कंगना और राज्य सरकार के बीच का मसला नहीं है. इस मामले में राज्य सरकार का कोई रोल नहीं था.
सुशांत केस से एनसीपी का कोई लेना-देना नहीं
शरद पवार ने कहा कि कंगना रनौत के दफ्तर को तोड़ने का काम बीएमसी ने किया है. बीएमसी का कहना है कि यह निगम का फैसला था. अगर कंगना, सोनिया गांधी के बारे में ट्वीट कर रही हैं, तो इस पर मैं कैसे बयान दे सकता हूं. सुशांत केस से एनसीपी का कोई लेना-देना नहीं है. सीबीआई जांच कर रही है.
राज्य में ‘सरकार द्वारा प्रायोजित आतंक’
वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधा है। उन्होंने राज्य सरकार से कहा है कि आपने दाउद का घर छोड़ दिया और कंगना का तोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘कंगना रणौत के मुद्दे को आपने (शिवसेना) बेवजह तूल दे दी है। वो कोई राजनेता नहीं हैं। आप दाऊद के घर को तोड़ने के लिए नहीं जाते हैं लेकिन आपने उनके दफ्तर को तोड़ दिया।’ इससे पहले उन्होंने हिंदी में ट्वीट कर कहा था कि यह एक तरह से राज्य में ‘सरकार द्वारा प्रायोजित आतंक’ है।
रनौत के खिलाफ ड्रग केस की होगी जांच
इस बीच कंगना रनौत के खिलाफ ड्रग्स केस की जांच होगी. महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस को जांच का जिम्मा सौंपा है. मुंबई पुलिस को महाराष्ट्र सरकार से इस मामले की जांच के लिए ऑफिशियल लेटर मिला है. मुंबई पुलिस अभी इस बात पर फैसला नहीं ले पाई है कि कंगना के ड्रग्स मामले की जांच SIT करेगी या फिर एंटी नारकोटिक्स सेल.
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