पीएम मोदी ने चौरी चौरा शताब्दी समारोह की शुरुआत की, कहा-इतिहास के पन्नों में नहीं मिली जगह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चौरी चौरा शताब्दी समारोह की शुरूआत की। पीएम मोदी ने इस मौके पर डाक टिकट भी जारी किया। यह समारोह साल भर चलेगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद हैं।

शहीदों के स्मारक स्थल और संग्राहलय का पुनरूद्धार

सरकार ने चौरी चौरा कांड के शहीदों के स्मारक स्थल और संग्राहलय का पुनरूद्धार किया है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस कांड में 172 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। हालांकि 151 लोग फांसी की सजा से बच गए थे जबकि 19 लोगों को 2 से 11 जुलाई 1923 के दौरान फांसी दे दी गई थी।

हमें उन शहीदों को सलाम करना चाहिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस संबोधन में कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी. इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि इस साल देश की आजादी के 75 साल के वर्ष की भी शुरुआत होगी.पीएम मोदी ने कहा कि इस घटना को इतिहास में सही जगह नहीं दी गई, लेकिन हमें उन शहीदों को सलाम करना चाहिए.

100 वर्ष पहले चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक आगजनी की घटना, एक थाने में आग लगा देने की घटना नहीं थी, चौरी चौरा का संदेश बहुत बड़ा था, बहुत व्यापक था।

इस साल जब देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, उस समय ऐसे सामारोहों का होना इसे और भी प्रासंगिक बना देता है।
आज चौरी चौरा की शताब्दी पर एक डाक टिकट भी जारी किया गया है। आज से शुरू हो रहे ये कार्यक्रम पूरे साल आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान चौरी-चौरा के साथ ही हर गांव, हर क्षेत्र के वीर बलिदानियों को भी याद किया जाएगा।
चौरी चौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले, देश के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा देने वाले वीर शहीदों के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं, आदरपूर्वक श्रद्धाजंलि देता हूं