देश में बूस्टर वैक्सिनेशन अभियान के पहले दिन 10 लाख लोगो को दी गई बूस्टर डोज।

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सोमवार से बूस्टर डोज देने की अनुमति दे दी है। सोमवार को बूस्टर डोज से जुड़ी एक सकारात्मक खबर भी आई है। कोविन पोर्टल के रात 12 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक भारत में बूस्टर डोज के पहले दिन करीब 10 लाख लोगो को यह डोज लगाई गई हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पात्र लोगों से कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक लेने की अपील भी की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ‘भारत ने सतर्कता डोज देनी शुरू कर दी है। आज टीका लगवाने वालों को बधाई। मैं सभी पात्र लोगों से टीका लगवाने का आग्रह करता हूं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण सबसे प्रभावी उपायों में से एक है।’

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देशभर में कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाए जाने का अभियान शुरू हो चुका है। हेल्थकेयर एवं फ्रंटलाइन कर्मचारियों के साथ 60 साल से अधिक उम्र के बीमारियों से ग्रसित नागरिकों को डाक्टर की सलाह पर एहतियाती खुराक दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार देश के हर वर्ग के नागरिकों को कोरोना से सुरक्षा देने के लिए तत्पर है।

पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड एवं बारिश के बावजूद देशभर में टीका केंद्रों पर सतर्कता डोज लेने वालों की लंबी कतारें देखी गईं।
बूस्टर डोज के लिए भारत में पात्र लोगों की संख्या लगभग 5.70 करोड़ है। इसमें 1.05 करोड़ स्वास्थ्यकर्मी, 1.90 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर और 2.75 करोड़ गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं। 24 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 10 जनवरी से सतर्कता डोज लगाई जाएगी। जिसकी शुरुवात बीते कल से हो चुकी है।

कोविन पोर्टल के आंकड़ों की बात करे तो देश में कुल 9.84 लाख सतर्कता डोज लगाई गई है। इसमें 7.41 लाख स्वास्थ्यकर्मियों व फ्रंटलाइन वर्करों को दी गई हैं। इस दौरान कुल 92.55 लाख डोज लगाई गईं जिसमें 15-18 वर्ष के किशोरों को दी गईं 23.46 लाख पहली डोज शामिल हैं।