बिहार में कोरोना काफी तेजी से फैल रही है। राज्य में कोरोना ने बुधवार को सारे रिकार्ड तोड़ दिए. बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में कुल 12 हजार 222 नए मरीज मिले हैं
बिहार में 95 लोगों की गई जान
कोरोना ने बुधवार को बिहार में 95 लोगों की जान ले ली। मरने वालों में 26 पटना में जबकि 69 लोगों की मौत जिलों में हो गयी। पटना के चार बड़े अस्पतालों में कुल 26 लोगों की मौत हो गयी। एनएमसीएच में 13, पटना एम्स में सात, पीएमसीएच में 4 जबकि आईजीआई एमएस में दो लोगों की की मौत कोरोना से हो गयी, जिलों के सात मरीजों की मौत पटना में इलाज के दौरान हो गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने 56 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत की पुष्टि की है।
पटना में सबसे अधिक 2919 मरीज मिले
पटना जिला अब भी कोराेना संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक संवदेनशील बना हुआ है, जहां सबसे अधिक 2919 मरीज मिले। पटना के बाद गया में 861, सारण में 636, बेगूसराय में 587, औरंगाबाद में 560, भागलपुर में 526, पश्चिमी चंपारण में 516 , मुजफ्फरपुर में 445, पूर्णिया में 318, वैशाली में 311 , नवादा में 268 , सीवान में 263, पूर्वी चंपारण में 260, कटिहार में 249, मुंगेर में 229, नालंदा में 225,गोपालगंज में 211, खगड़िया में 200, नये मरीज मिले हैं.
इलाज के लिए रेमडेसिविर प्रेस्क्राइब नहीं करें
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने अस्पताल के चिकित्सकों को आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर प्रेस्क्राइब नहीं करें। इससे मरीजों में अनावश्यक पैनिक स्थिति हो जाती है। उन्होंने जारी आदेश में कहा है कि तमाम के अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है कि कोविड 19 के मरीजों के इलाज में रेमडेसिविर की उपयोगिता नहीं है। डब्ल्यूएचओ द्वारा भी इस दवा की उपयोगिता को नकार दिया गया है।
You must be logged in to post a comment.