शराबी पति से तंग आकर पत्नी ने घर छोड़ा, जवाने ने पहुंचा दिया रेड लाइट एरिया।

तकनीकी विकास के आज के दौर में हम वैज्ञानिक तौर पर विकसित जरूर हो गए हैं। घर घर एसी, फ्रीज या टेलीविजन का अविष्कार हमारे लिए बड़ी उपलब्धि जरूर हो सकती है। परंतु आज की ये हकीकत है कि अतीत के तुलना के अनुसार आज के युग में मानवीय मूल्यों का पतन तो हुआ है। आज के लोग अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए इतना स्वार्थी हो गए हैं कि उनमें उम्र, रिश्ते और अच्छाई और बुराई का बोध ही नही रहा। दूसरो को मुसीबत में डाल कर भी आज के लोग खुश रहना जानते हैं। आज के हैवानियत से जब अपने रिश्ते नही बच पाते तो गैरो का बच पाना कहां तक संभव है। समाज में मानवीय मूल्यों और नैतिकता का पतन होना चिंतनीय है।

जिस नारी ने तुम्हे जन्म देकर धरती दिखलाई, हैवानों ने उसी के जिस्मों से हैवानियत की आग बुझाई।



शुक्रवार को सदर थाना क्षेत्र के कटिहार मोड़ रेड लाइट एरिया से एक विवाहित महिला को उसके तीन वर्षीय पुत्र के साथ बरामद कीया गया है। महिला दरभंगा जिले के बहेरा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दरअसल शुक्रवार को दरभंगा से लक्ष्मी की मां व भाई सदर थाना पहुंचे। मां ने मौखिक रुप से थानाध्यक्ष मधुरेंद्र किशोर को यह जानकारी दी कि उनकी विवाहित पुत्री को किसी ने रेड लाइट एरिया में बेच दिया है और उसके साथ उसका एक तीन वर्षीय बालक भी है। इसकी जानकारी थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक दयाशंकर को दी और छापेमारी की तैयारी शुरु कर दी। इधर एसपी की सूचना पर चाइल्ड लाइन के समन्वयक मयूरेश गौरव व सदस्य रुबी रानी भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने छापेमारी कर रेड लाइट एरिया की रिंकी खातून के घर से उसे बरामद कर लिया।

शराबी पति के चलते छोड़ा घर, पहुंच गई रेड लाइट

बरामद महिला ने पुलिस को बताया कि दरअसल उसका पति शराबी है। ऐसे में उनकी हरकतों से तंग आकर तीन माह पूर्व उसने घर छोड़ दिया। अपने एक पुत्र को उसने मायके में रख दिया और एक तीन वर्षीय पुत्र के साथ घर से निकल गई। दरभंगा स्टेशन पर उसे एक अज्ञात व्यक्ति मिल गया और रोजगार दिलाने का झांसा देकर पूर्णिया ले आया। यहां से उसे सीधे किशनगंज लेकर चला गया और वहां रेड लाइट एरिया में उसे बेच दिया। वहां उसे घनघोर प्रताड़ना दी गई। जिस्म फरोशी के लिए तैयार नहीं होने पर उसका भोजन-पानी बंद रखा गया। अंतत: अपने पुत्र के खातिर वे जिस्म बेचने को तैयार हो गई। आठ दिन पूर्व उसे वहां पूर्णिया लाया गया। इसी दौरान मखाना फोड़ी के लिए यहां आए उसके इलाके के एक मजदूर उसे मिला और उसी के जरिए उसने अपनी हालात की जानकारी स्वजनों को दी।

समस्याओं से भागना नहीं है कोई हल

जीवन बगैर समस्याओं के बना ही नही है। चाहे वह बूढ़ा हो या जवान, राजा हो या रंक हर किसी के जीवन में समस्याओं का जंजाल तो मिलता ही है। पर समस्याओं से बचने के लिए उससे डर कर भागना कोई समधन नही है। समस्याओं से कहा तक भागते रहोगे। अगर समस्याओं से भागते रहे तो आपके लिए पूरी पृथ्वी छोटी पड़ जायेगी। क्योंकि जीवन में हर पग पर समस्याएं आपके लिए तैयार बैठी हैं। जीवन में मजबूत बनना सीखिए। खुद के खातिर आपको ही खड़ा होना होगा। पहले खुद ही खुद के सुरक्षा का आगाज करना होगा। फिर कोई आपके मदद के लिए आगे आएगा। आप समस्याओं से बचने के लिए दूर भागते हो और अनजाने में फिर एक नई समस्याओं में उलझ जाते हो। इसलिए लड़ना सीखिए हम सभी इतने मजबूत तो जरूर हैं की खुद की खातिर लड़ पाए। वीर बनिए और जीवन की हर चुनौतियों से लड़ना सीखिए।