संसद में सुरक्षा भारी चूक को लेकर विपक्ष का हंगामा, राजनाथ बोले- अराजकता ठीक नहीं, जांच जारी

संसद के शीत सत्र के नौवें दिन संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्ष की तरफ से हंगामे के आसार हैं।संसद भवन में बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दावा किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मुख्य साजिशकर्ता पकड़े गए आरोपियों के बजाय कोई और है। पुलिस की तरफ से फिलहाल इस मामले में जांच जारी है.. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले सांसदों के साथ बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, अनुराग ठाकुर समेत कई अन्य मंत्री और सांसद मौजूद रहे।

हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता

संसद में सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा, “कल जो घटना हुई, उसकी सबने निंदा की है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है…आपने (लोकसभा अध्यक्ष)घटना के जांच के आदेश दिए हैं। हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है…इस प्रकार से संसद में अराजक स्थिति पैदा करना उचित नहीं है।

सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्ष ने बैठक  की

संसद में सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्ष ने बैठक  की। इस दौरान इस मुद्दे को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में जोर-शोर से उठाने की बात हुई।

संसद की सुरक्षा को लेकर कई सवाल

गौरतलब है, बुधवार को संसद की सुरक्षा में चूक से जुड़े मामले को दिल्ली पुलिस ने यूएपीए की धारा के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस प्रकरण में दिल्ली पुलिस की खासी किरकिरी हुई है और संसद की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। सुरक्षा के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के बावजूद लखनऊ निवासी सागर शर्मा और मैसूर निवासी डी. मनोरंजन संसद में जूते में छिपाकर स्मोक केन (धुआं बम) लेकर घुस गए थे। वहीं, संसद के बाहर पुलिस के सामने ही नीलम व अमोल शिंदे ने पीले व लाल रंग के स्मोक केन चला दिए और पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई थी। इन सब के बीच लोकसभा की दर्शक दीर्घा में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि वह लोकसभा की कार्यवाही देखने आए थे। सभी लोग चुपचाप बैठे थे। अचानक दो प्रदर्शनकारी उठे और गैलरी से कूद कर सदन कक्ष में चले गए। इसके बाद सांसदों में अफरा-तफरी मच गई

पहले ही आरोपियों ने संसद के बाहर रेकी की थी

अब बताया जा रहा है कि बुधवार को घटना को अंजाम देने से पहले ही आरोपियों ने संसद के बाहर रेकी कर ली थी। इतना ही नहीं पुलिस का तो यह भी मानना है कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। यह सभी आरोपी करीब डेढ़ साल पहले एक दूसरे से मैसूर में मिले थे।पुलिस सूत्रों के अनुसार, सागर जुलाई में लखनऊ से आया था, लेकिन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर पाया था। इसके बाद, 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। इसके बाद इंडिया गेट के पास एकत्र हुए, जहां सभी को रंगीन पटाखे दिए गए।