संसद के निलंबन पर विपक्ष का पुराने संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च, 22 दिसंबर को जंतर-मंतर पर करेगा प्रदर्शन

संसद के शीतकालीन सत्र में इस बार कई घटना हुई जो कि काफी शर्मनाक रही…पहला संसद पर हमले की बरसी पर फिर संसद में हमला हुआ….वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर विपक्ष के हंगामा पर 143 सांसदों का निलंबन हुआ जो कि संसदीय इतिहास में पहली बार हुआ….

पीएम और गृहमंत्री से मांगा जवाब

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के मामले पर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी विपक्ष को घेर रही है। वहीं, विपक्ष के सांसदों ने गुरुवार को पुरानी संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान खड़गे ने कहा कि सरकार संसद सुरक्षा चूक पर जवाब दे। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह संसद में आकर इस मामले पर बयान दें।

मायावती ने धनखड़ की मिमिक्री को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि संसद से विपक्ष के सांसदों का निलंबन ठीक नहीं है। हालांकि, उन्होंने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। इस बीच, लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को भी हंगामा हुआ। आज भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा देखने को मिला। प्रश्नकाल में ही विपक्ष के कुछ सांसद नारेबाजी करते दिखे।

कांग्रेस ने कहा- कल विपक्ष जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगा

इंडिया के सांसदों को लोकतांत्रिक तरीके से निलंबित किए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने 22 दिसंबर को सुबह 11 बजे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे।खड़गे ने कहा कि पीएम वाराणसी, अहमदाबाद जा रहे हैं, वे हर जगह बोल रहे हैं, संसद में सुरक्षा चूक पर नहीं बोल रहे। गृह मंत्री अमित शाह ने भी संसद के सिक्योरिटी लेप्स पर कुछ नहीं कहा। हम इसकी निंदा करते हैं। सरकार सदन नहीं चलने देना चाह रही है। विपक्ष की आवाज दबा रही है। संसद में बोलना हमारा अधिकार है। सभापति मामले को जातिगत रंग दे रहे हैं।

अब तक 143 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं। इनमें 109 लोकसभा और 34 राज्यसभा के हैं।