EOU करेगी विधायकों की खरीद फरोख्त मामले की जांच, 10 करोड़ में डील की थी चर्चा

बिहार में विश्वास मत के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त का मामले सामने आया था…बताया जा रहा है कि आरजेडी की ओर से बीजेपी और जेडीयू विधायकों को 10 करोड़ में खरीदने का लालच दिया गया था…अब विधायकों के खरीद फ़रोख्त का मामला EOU पहुंच गया है। आर्थिक अपराध इकाई अब इस मामले की जांच करेगी।

सुधांशु शेखर ने 12 फरवरी को कोतवाली थाने में दर्ज कराया था FIR 

इस मामले को लेकर हरलाखी विधान सभा क्षेत्र के विधायक सुधांशु शेखर ने 12 फरवरी को कोतवाली थाने में FIR दर्ज कराया था। इसमें कहा गया था कि सरकार का विश्वास मत प्राप्त होना था। लेकिन, साजिश के तहत सरकार को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसको अंजाम देने के लिए विधायकों को दस करोड़ का प्रलोभन दिया जा रहा है। 10 करोड़ में डील होने की लिखित शिकायत दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक कोतवाली थाने की पुलिस इस मामले की जांच नहीं करेगी। इसका जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को दिया गया है। हाईप्रोफाइल मामला होने की वजह से कोई भी पुलिस अधिकारी इस पर कुछ भी बयान नहीं दे रहे हैं।

8809041093 से आया था मेरे वॉट्सऐप पर कॉल

वहीं सुधांशु शेखर के बहनोई रंजीत कुमार ने कहा कि ”शुक्रवार को 8809041093 से मेरे वॉट्सऐप कॉल आया। कहा गया कि जदयू विधायक इंजीनियर सुनील बात करना चाहते हैं। बातचीत के दौरान महागठबंधन का सपोर्ट करने के लिए 10 करोड़ का प्रलोभन दिया गया। साथ ही कहा गया कि पांच अभी ले लीजिए। पांच काम होने के बाद। हालांकि, बाद में बात कह कर फोन काट दिया।

विधायक सुधांशु शेखर की एफआईआर कॉपी के मुताबिक 10 फरवरी (शनिवार) की सुबह 10 बजे के आसपास पूर्व मंत्री नाग मणि कुशवाहा के मोबाइल से फोन आया। मोबाइल पर कहा गया कि कांग्रेस नेता अखिलेश जी आपसे संपर्क करेंगे। एक घंटे में +32460220333 से इंटरनेट कॉल आया कि राहुल गांधी का करीबी अखिलेश बोल रहा हूं। आप महागठबंधन के साथ आ जाएं, आपका डिमांड पूरा हो जाएगा।

हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी को राजद प्रवक्ता शक्ति यादव का आया था कॉल

जदयू विधायक के मुताबिक 30 और 31 जनवरी को हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी को राजद प्रवक्ता शक्ति यादव का कॉल आया था। उन्होंने कहा था कि हिलसा का रहने वाला एक व्यक्ति मिलेगा। दूसरे दिन सुबह में हिलसा का रहने वाला एक व्यक्ति विधायक कृष्ण मुरारी से मुलाकात भी किया। विधायक को कहा गया कि 12 फरवरी को राजद के पक्ष में वोट करने पर मंत्री पद के साथ जितना पैसा चाहिये, उतना डिमांड पूरा किया जाएगा। लेकिन, विधायक ने उन्हें घर से जाने के लिये बोल दिया।

फ्लोर टेस्ट के दिन (12 फरवरी) विश्वास मत प्राप्त को लेकर खींचतान की स्थिति पैदा हो गई थी। इस दौरान विधायकों के खरीद फ़रोख़्त का मामला सामने आया था। बिहार में सरकार एनडीए की हो गई है। लेकिन केस में पैसा का जिक्र के कारण ईओयू अब इसकी जांच करेगी।