नौ घंटे पूछताछ के बाद ईडी ने अनिल अंबानी यस बैंक मनी लांड्रिंग मामला में 30 मार्च को फिर तलब

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पिवार को यस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी से करीब नौ घंटे पूछताछ की।

खबरों के अनुसार अंबानी को 30 मार्च को फिर से तलब किया है।

बताया जा रहा है कि एस्सेल समूह के चेयरमैन और राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा को फिर से समन भेज गया है जिसमे उन्हें उन्हें 21 मार्च को एजेंसी के समक्ष हाज़िर होने को कहा गया है। आपको बतादें कि चंद्रा संसद सत्र जारी होने के कारण 18 मार्च को ईडी के समक्ष पेश होने में असमर्थ रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि 60 साल के अंबानी का बयान मनी लांड्रिंग निरेधक कानून (पीएमएलए) के तहत रिकार्ड किया गया है।
बताया जाता है कि ईडी यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है। अनिल अंबानी ग्रुप की 9 कंपनियों पर यस बैंक का 12,800 करोड़ रुपए का कर्ज है।

यस बैंक का पूरा कर्ज सुरक्षित: एडीएजी
एडीएजी ने पिछले हफ्ते सफाई दी थी कि राणा कपूर, उनकी पत्नी और बेटियों या फिर उनके कंट्रोल वाली किसी कंपनी से ग्रुप (एडीएजी) का कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही कहा था कि यस बैंक का पूरा कर्ज सुरक्षित है।

10 बड़े कारोबारी समूहों पर यस बैंक का 34,000 करोड़ का कर्ज
ईडी ने यस बैंक के बड़े कर्ज वाले कई कॉर्पोरेट्स को पिछले दिनों समन भेजा था। इनमें एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा, जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल, डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवान, अवंता रियलिटी के प्रमोटर गौतम थापर भी शामिल हैं। 10 बड़े बिजनेस समूहों की 44 कंपनियों पर यस बैंक का 34,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।