
सहरसा: एक तरफ सरकार लोगों की जमीन संबंधी
विवाद को सुलझाने के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवा रही हैं। सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को थाना में अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष को जनता दरबार आयोजित कर विवाद को सुलझाने का निर्देश देते हैं। वही दूसरी तरफ वहां पहुंचने वाले लोगों का अंचल कर्मी आर्थिक दोहन करने से नहीं चूक रहे हैं।
इन दिनों जिले के सौरबाजार अंचलकर्मी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे जनता दरबार में आए कागजात और अंचलाधिकारी द्वारा लिए गए निर्णय की नकल लेने के लिए पीड़ित व्यक्ति से खुलेआम 3 हजार की घूस मांग रहे हैं। जिनमें 1 हजार रुपए लेने के बावजूद भी वे एक ही केस के नकल तो देने की बात करते है। बल्कि अन्य नकल नहीं दे रहे हैं। अंचल के सभी का हिस्सा होने की बात भी कर रहे हैं। यानी इसमें उनके अन्य लोग भी शामिल है। वे रुपए वसूलने के लिए डांट डपट भी लगा रहे हैं।
वीडियो में दिख रहा है कि वे खुलेआम केस के नकल लेने के लिए 3 हजार रुपए घूस की मांग कर रहे हैं। फिर पीड़ित द्वारा 1 हजार रुपए देने पर वे पीड़ित को एक ही केस का नकल देने की बात करते हैं। घूस लेते वक्त उनके चेहरे पर ना तो कोई शर्म है और नाही प्रशासन का कोई डर दिख । वे अपने कार्यालय में बैठकर घूस की रकम पॉकेट में रख रहे हैं। लेकिन उन्हें इस बात की मलाल भी नहीं है कि वे किसी गरीब से घूस में रुपए वसूल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि यह सीओ कार्यालय में बड़ा बाबू के पद पर तैनात अनिल बाबू है। अब ऐसे में देखना लाजमी होगा कि वायरल वीडियो की सत्यता क्या है? और कर्मी पर क्या कार्रवाई होती है। हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि द शिफ्ट इंडिया नहीं करता है।
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