बीजेपी ने एमएलसी चुनाव से पहले काटा बिहार के कद्दावर नेता सच्चिदानंद राय का टिकट, पुत्र निर्दलीय लड़ेगा चुनाव।

बिहार में 24 सीटों के लिए होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। एमएलसी चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने 12 प्रत्याशियों के नामों का घोषणा कर दिया है। इसमें सारण सीट से बीजेपी के सीटिंग कैंडिडेट और तेजतर्रार नेता सच्चिदानंद राय का टिकट काट दिया गया है। गोपालगंज में भी पार्टी ने नया कैंडिडेट उतारा है। टिकट वितरण को लेकर बिहार बीजेपी में घमासान मचना तय माना जा रहा है।

सच्चिदानंद राय इसका खुलेआम विरोध नहीं कर रहे हैं। लेकिन भीतर ही भीतर पार्टी में गुटबाजी बढ़ती जा रही है। राय के समर्थक सारण जिले के कुछ भाजपा नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं। बताया जाता है कि सचिदानन्द राय खुलकर पार्टी के निर्णय के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनके आईआईटीयन पुत्र कुमार सात्यकी सारण निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। वे दिल्ली से पटना पहुंच चुके हैं। पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा ने हमारे पिता का टिकट क्यों काटा है, ये नहीं पता लेकिन इतना हम जरूर कहना चाहेंगे कि 4-5 महीने से हमलोगों ने क्षेत्र में काफी मेहनत किया था। जनप्रतिनिधियों से सीधे कॉन्टेक्ट में थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे पिता सच्चिदानंद राय का टिकट कटने की जानकारी उन्हें मीडिया से मिली। अगर ऐसा ही करना था तो भाजपा के नेताओं को उन्हें बुलाकर यह बात पहले ही कह देनी चाहिए थी। अब हम लोग चार-पांच महीने से अधिक से क्षेत्र में मेहनत कर चुके हैं। आज हम पटना पहुंचे हैं। पापा से बात करेंगे कि वह निर्दलीय प्रत्याशी बनें। अगर वे तैयार नहीं होंगे तो हम सारण से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे।

उन्होंने कहा कि हमारे मित्र या जनप्रतिनिधि, सभी का कहना है कि आप मैदान में उतरिये। हमें उम्मीद है कि यह चुनाव हम जरूर जीतेंगे। कुल मिलाकर देखें तो यहां सच्चिदानंद राय का बागी तेवर देखने को मिल रहा है। सच्चिदानंद राय के छोटे पुत्र मैदान में उतरने को तैयार हैं। अब देखना यह है कि इसके बाद भाजपा नेतृत्व क्या निर्णय लेता है। फिलहाल जो स्थिति है, भूमिहार समाज के कद्दावर नेता सच्चिदानंद राय भाजपा टिकट नहीं मिलने पर काफी नाराज हैं उन्होंने अपने पुत्र को मैदान में उतारने का निर्णय लिया हैं।