बिहार के गोपालगंज जिले के बरौली थाना क्षेत्र से अपहृत सत्यम को दो दिन बाद पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो रिश्ते में देवर-भाभी बताए जाते हैं।
पुलिस का दावा है कि अपहृत सत्यम को बेचने की योजना बना ली गई थी। बरौली के थाना प्रभारी अश्विनी कुमार तिवारी ने सोमवार को बताया कि बरौली थाने के बढ़ेया मोड़ के पास कृष्णा कुशवाहा के तीन साल के पुत्र सत्यम कुमार को एक व्यक्ति प्रत्येक दिन चॉकलेट लाकर देता था। यहां पर बच्चे की मां रेखा देवी पारचून की दुकान चलाती थी। गत 29 जुलाई की शाम में चॉकलेट देने के बहाने ही सत्यम का अपहरण कर लिया गया और अपनी भाभी के पास मिजार्पुर गांव में रख दिया। इधर, अगवा बच्चे की मां रेखा देवी ने काफी खोजबीन की लेकिन जब सत्यम का कोई पता नहीं चला तब थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए चॉकलेट देने वाले व्यक्ति पर आशंका जाहिर की। पुलिस ने छानबीन किया तो मामला अपहरण का निकला।
पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर मिर्जापुर गांव से बच्चे को बरामद कर लिया। इस दौरान सोनबरसा पंचायत के आलापुर गांव के रहनेवाले गरजू यादव के पुत्र अमरजीत यादव और इसी गांव के गुड्डू यादव की पत्नी ललीता देवी को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पूछताछ किया तो दोनों ने बच्चे को अगवा कर बाहर ले जाकर बेचने की पूरी योजना बता दी। पुलिस ने सत्यम कुमार को सकुशल बरामद करने के बाद उसकी मां रेखा देवी को सौंप दिया है। गिरफ्तार अमरजीत कुमार और उसकी भाभी ललीता देवी ने पुलिस को बताया कि वे दोनों गांव में नृत्य गान कर परिवार चलाते हैं । कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालच में बच्चा चोरी कर बेचने की योजना बनाई थी। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
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