लॉक डाउन के बीच पटना के स्कूल भेज रहे फीस वसूली की चिट्ठी, अभिभावक परेशान

कोरोना से जंग को लेकर देश भर को लॉक डाउन किया गया है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर दुकानें बंद है। रेल, बस, और हावाई सेवाओं को भी बंद रखा गया है। स्कूल, कॉलेज भी बंद हैं। सरकार ने मकान मालिकों से जहां इस दौरान किरायेदारों को परेशान ना करने की सलाह दी है वहीं बैंकों को भी लोन की ईएमआई 3 महीने के लिए टालने का सुझाव दिया है। देश के कई राज्यों में स्कूलों से स्कूल से न लेने के सुझाव भी दिए गए हैं । यह सब इसलिये क्योकि ज्यादातर लोगों के रोजगार ठप्प पड़े हैं और उनकी आय नहीं हो रही है , पर इन सब के बीच पटना में अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। कई स्कूल वाले उन्हे बच्चों की फीस जमा करने की चिट्ठी भेज रहे हैं। इस चिट्ठी में ऑनलाईन पेमेंट करने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में जब स्कूल बंद है उस दौरान फीस जमा करने की ये चिट्ठी अभिभावकों के लिये लॉकडाउन के दौरान परेशानी का सबब बनी हुई है।

कोरोना त्रासदी में फीस मांगने पर स्कूल मालिक जाएंगे जेल

उत्तर प्रदेश के सीएम के के निर्देश पर गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी  ने यह आदेश दिया है कि कोरोना की त्रासदी के दौरान फीस मांगने वाले स्कूल मालिकों पर मुकदमा दर्ज करके उन्हें 1 साल के लिए जेल भेज दिया जाए। डीएम को जानकारी मिली थी कि लॉक डाउन के दौरान भी स्कूल वाले अभिभावकों पर फीस देने का दबाव बना रहे हैं ।

झारखंड में स्कूलों को दवाब न बनाने के आदेश

उधर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने सभी स्कूलों से कहा है कि स्कूलें लॉकडाउन की अवधि में मासिक फीस जमा करने के लिए अनावश्यक दवाब नहीं बनाए। इस समय झारखंड के भविष्य के लिए सभी रो कुछ न कुछ योगदान करने की आवश्यक्ता है ।