21वी सदी में पर्यावरणीय चिंताएं, पटना विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग ने किया नेशनल वेबिनार

fresh verdant leaves of plant at home

पटना विश्वविद्यालय, भूगोल विभाग द्वारा आज दिनांक: 30 जून 2021, बुधवार को “21वी सदी में पर्यावरणीय चिंताएं” विषय को लेकर एक दिवसीय नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर अनुराधा सहाय के स्वागत भाषण से हुआ, तत्पश्चात कुलपति प्रोफ़ेसर गिरीश कुमार चौधरी ने पर्यावरण के गिरते स्तर एवं वर्तमान कोरोना महामारी के संदर्भ में Roof Top Gardening द्वारा शहरों में पर्यावरण शुद्धिकरण पर बल दिया गया।

दरअसल, Roof Top Gardening हमें तनाव (stress) से राहत देता है, यह शरीर के लिए अच्छा व्यायाम भी होता है। लेकिन इन कंक्रीट से बने के घरों में हमें गार्डनिंग के लिए जगह कहां मिलती है। शहर का जीवन हमें एक आसान लाइफजीने के लिए जरुरी सभी आवश्यक चीजें प्रदान करता है, इसलिए लोग शहरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। शहरों में प्रदूषण से भरे सभी कंक्रीट भवनों, सीमेंट की सड़कों, मल्टीप्लेक्स आदि के साथ भीड़ बढ़ रही है। हमारे घर के चारों ओर एक पेड़ भी लगाना कठिन है, हम सभी जानतें हैं कि पेड़-पौधे हमें ताजी हवा देते हैं, हमारे शरीर और दिमाग को तरोताजा बनाते हैं। ताजी हवा के लिए एक पार्क में या शहर से बाहर जाना हमारे व्यस्त कार्यक्रम (busy schedules) में बहुत कठिन है।

इसके लिए अपने खुद के गार्डन को तैयार करने के बारे में सोचें, जो आपको अद्भुत, सुंदर नजारा देता है जिसमें आपको हरियाली और सुंदर फूल (beautiful flowers) के साथ ताजी हवा मिलती है, साथ ही आपको कुछ बॉडी एक्सरसाइज और ताजी आर्गेनिक सब्जियां (organic vegetables) और फल (fruits) भी मिलते हैं। हम अपने घर का निर्माण कम जगह पर करते हैं, जिससे हमें गार्डनिंग के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती है। तो, हम अपने बगीचे के लिए क्या कर सकते हैं, टेरेस गार्डनिंग (रूफटॉप गार्डनिंग) इसका एक सबसे अच्छा समाधान है।

मुख्य वक्ता प्रोफ़ेसर बीरेंद्र प्रसाद, निदेशक, आई.क्यू.ए.सी., पटना विश्वविद्यालय ने पर्यावरणीय चिंताओं को विस्तार से बताया जिसमें उन्होंने प्रदूषण के प्रकार एवं पर्यावरण में हो रहे बदलाव के बारे में बताया तथा निर्वनीकरण एवं ग्लेशियर के पिघलने के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई। पर्यावरण में हो रहे बदलाव को रोकने के लिए कई उपाय भी बताए गए जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने की बात की गई।

इस अवसर पर प्रिंसिपल पटना कॉलेज,प्रिंसिपल पटना विमेंस कॉलेज एवं अन्य विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर एवं स्कॉलरों ने भाग लिया। आखिर में धन्यवाद ज्ञापन कन्वेनर, प्रोफ़ेसर डॉ० मो० नाजिम ने किया। आयोजकों ने बताया कि  इस वेबिनार में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।