राज्य में 4648 पदों पर सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए 15 जुलाई से साक्षात्कार

राज्य में 4648 पदों पर सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए 15 जुलाई से साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा। आयोग के अध्यक्ष डॉ. राजवर्धन आजाद ने बताया कि 15 जुलाई से साक्षात्कार ली जाएगी। इसमें सबसे पहले अंगिका विषय की साक्षात्कार आयोजित होगी। चार पदों के लिए 12 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने का मौका मिलेगा। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) की ओर से सभी अभ्यर्थियों को निबंधित डाक, ईमेल व वेबसाइट पर सूचना भी देगी। इसके लिए सभी अभ्यर्थियों को तीन-तीन माध्यम से सूचना दी जाएगी। पहले अंगिका से आरंभ हो रही है। आठ अन्य विषयों का स्क्रुटनी आरंभ हो चुकी है। शेष का स्क्रूटनी जारी है। अधिक पद वाले विषयों में साक्षात्कार के लिए छह बोर्ड बनाए जाएंगे। हर बोर्ड दो पालियों में साक्षात्कार लेगा, एक पाली में 15 अभ्यर्थी शामिल होंगे। आयोग के प्रभारी सचिव अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि वेबसाइट पर अधिसूचना जारी कर दी गई है।

बिहार समेत दुसरे राज्यों से 66 हज़ार अभ्यर्थियों के पहुंचे है आवेदन

राज्य के 13 विश्वविद्यालयों में 4648 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया की जा रही है। इसके लिए 10 दिसंबर 2020 को 5:10 बजे तक 65996 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिन अभ्यर्थियों ने हार्ड कॉपी भेजी है, उनकी संख्या 62 हजार के करीब है। आयोग इसकी स्क्रूटनी कर रहा है। बिहार के 13 विश्वविद्यालयों के 52 विषयों में 4648 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें बिहार से 31922, यूपी से 18554, प.बंगाल से 4786 आवेदन प्राप्त हुए हैं। दिल्ली से 848 और झारखंड से 2186 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। गोवा, लक्षद्वीप, मिजोरम से एक-एक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन स्थानों से एक व दो आवेदन भरे गए हैं।

सबसे अधिक मनोविज्ञान में पद

साक्षात्कार में संबंधित विषय के पद से तीन गुना अधिक अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। सबसे अधिक मनोविज्ञान में 424 खाली पद हैं। जबकि सबसे कम एक सीट नेपाली विषय में है। वनस्पति विज्ञान में 333, रसायन में 332, हिन्दी में 292, भौतिकी विभाग में 300 खाली सीटें हैं। अंग्रेजी में 253 पद, गणित विभाग के लिए 261, अर्थशास्त्र में 268, जंतु विज्ञान विभाग में 285, राजनीतिक विज्ञान में 280, रसियन में चार, रूरल इकोनॉमिक्स में आठ सहित 4648 पदों पर नियुक्ति होनी है।

कोरोना संक्रमण के कारण हुआ विलंब

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. (डा.) राजवर्द्धन आजाद ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण साक्षात्कार आरंभ करने में विलंब हुआ था। 15 जुलाई से साक्षात्कार आरंभ हो रहा है। एक विषय की समाप्ति के एक सप्ताह बाद दूसरे विषय का साक्षात्कार आरंभ होगा। बीच-बीच में रिजल्ट भी जारी करने की प्रक्रिया चलती रहेगी। आठ विषयों की स्क्रूटनी हो चुकी है, शेष विषयों का स्क्रूटनी की जा रही है। कोरोना को लेकर कोई परेशानी नहीं आई तो साक्षात्कार अब नियमित रूप से प्रक्रिया खत्म होने तक जारी रहेगा।