शोध कार्य ज्ञान की खोज की एक सतत प्रक्रिय है : प्रो शांडिल्य

पाटलिपुत्र विश्‍वविद्यालय के स्‍नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग में शनिवार को छ माह के प्री.पी.एच.डी. कोर्स वर्क के समापन पर कार्यक्रम का आयोजन कर शोधकर्ताओं को शोध समीक्षा, उपकल्पना, उद्देश्य के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही इस कार्यकर्म में शोध में नई तकनीकों के उपयोग की सलाह दी गई । कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि अनुग्रह नारायण सिंह सामाजिक अध्ययन संस्थान पटना के प्रो जगदीश प्रसाद ने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि शोध के दौरान आपकी लग्न और परिश्रम ही आपको सफलता दिलाएगी ।

कार्यक्रम की अध्‍यक्षता कॉलेज आफ कामर्स के प्रिंसिपल प्रो तपन कुमार शांडिल्य ने की। उन्‍होंने ने कहा कि शोध कार्य ज्ञान के खोज का एक सतत प्रकिया है। उन्होंने शोधकर्ताओं को शोध की नैतिकता,और शोध के लिए नए विषयों के चुनाव पर बल दिया। अर्थशास्त्र के विभागध्यक्ष प्रो. बी. पी. त्रिपाठी ने शोध के विभिन्न पक्षों तथा इसके स्वरूप तथा शोध विधि पर विस्तार से चर्चा की। प्रो रश्मि अखौरी ने अकादमिक गंभीरता के विभिन्न पक्षों और कुशल संचालन के गुणों पर प्रकाश डाला। प्रो शिव कुमार यादव ने शोध में विषय चयन तथा इसकी चुनौतियों और निराकरण को स्पष्ट किया। कार्यक्रम के दौरान डॉ विजय कुमार, डा अविनाश कुमार झा और सोनाली पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। शिक्षको के साथ ही शोध कार्य के छात्रों सोनाली, राकेश, स्वाति ने अनुकरणीय पहल की शुरुआत के छः माह के अपने अनुभव को कार्यकर्म में मौजूद सभी लोगो के साथ साझा किया।
मंच संचालन का कार्य जूही के द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन का निर्वहन आदित्य के द्वारा किया गया।