पाकिस्तान में इमरान सरकार पर अब खतरे का बादल मंडरा रहा है। इमरान सरकार के खिलाफ तमाम विपक्षी दल एकजुट हो गये हैं। रविवार को विपक्षी पार्टियों ने मिलकर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। सभी दलों ने इसे ऑल पार्टी कॉन्फ्रेंस (एपीसी) का नाम दिया और इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से हटाने के लिए गठबंधन कर लिया है।
इमरान सरकार के खिलाफ शुरू हो सकता है देशव्यापी प्रदर्शन
बताया जाता है कि इस कार्यक्रम के आयोजन के बाद इमरान खान सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो सकता है। कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी शामिल हुए, हालांकि उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज की।
नवाज शरीफ लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और उनका इलाज लंदन के अस्पताल में किया जा रहा है। नवाज के अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उपाध्यक्ष आसिफ अली जरदारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए कार्यक्रम का हिस्सा बने। पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने इस बैठक की पहल की।
नवाज शरीफ नहीं इमरान सरकार के खिलाफ है संघर्ष
इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि उनका संघर्ष इमरान खान के खिलाफ नहीं बल्कि उऩ लोगों के खिलाफ है, जिन्होंने इमरान खान को सत्ता सौंपी है। नवाज शरीफ ने कहा कि हमारी प्राथमिकता मौजूदा सरकार को गिराने की है क्योंकि चुनाव में गड़बड़ी कर इमरान खान को सत्ता में लाया गया है।
देश को बर्बाद कर रहे हैं इमरान
नवाज ने आगे कहा कि आज इमरान खान देश को बर्बाद कर रहे हैं। अगर आज ये सत्ता नहीं गिराई जाएगी, तो कब गिराई जाएगी? वहीं पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान में दुष्कर्म के मामले और बढ़ गए हैं और आतंकवादियों को फंडिंग ना रोकने पर एफटीएफ की कार्रवाई के डर से विपक्ष एकजुट हो गया है। पाकिस्तान में विपक्ष संसद के स्पीकर के खिलाफ आंदोलन करना चाहता है। प्रस्ताव में, देश में दोबारा पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने की मांग की गई है। इसके मुताबिक, दो चरणों में देशभर में विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।
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