बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा ‘देह वीचवा करणी’ का विमोचन, PM मोदी बोले-उनकी जीवनी महाराष्ट्र के हर कोने से मिलती है

महाराष्ट्र के बड़े नेता रहे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा ‘देह वीचवा करणी’ का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को विमोचन किया। इसी के साथ ही प्रवर रूरल एजुकेशन सोसाइटी का नाम बदलकर ’लोकनेते डॉ बालासाहेब विखे पाटिल प्रवर रूरल एजुकेशन सोसाइटी’ किया गया।

महाराष्ट्र के हर कोने से मिलती है विखे पाटिल की कथा

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बालासाहेब विखे पाटिल के जीवन की कथा महाराष्ट्र के हर कोने में मिलती हैं, उन्होंने आम लोगों की तकलीफ को कम करने का काम किया. सत्ता और राजनीति के जरिए समाज की भलाई का संदेश दिया. गांव-गरीब, कॉपरेटिव के क्षेत्र में उनका सम्मान वक्त के साथ बढ़ता रहा है।

शिक्षा और ग्रामीण क्षेत्र में उन्होंने खूब काम किया

पीएम मोदी ने बताया कि बालासाहेब विखे पाटिल ने ग्रामीण इलाकों में शिक्षा और रोजगार के लिए शानदार काम किया. उनके संदेशों को कृषि सुधारों में उतारा गया है, सरकार किसानों के लिए नए अवसर तैयार कर रही है. पीएम ने कहा कि आजादी के बाद एक ऐसा दौर आया, जब देश के पास पेट भरने के लिए अन्न नहीं था. पीएम मोदी बोले कि सरकार की ओर से कृषि सुधार के क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया और किसानों तक मदद पहुंचाई गई. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य कई नेता शामिल रहे।

कौन थे बालासाहेब विखे पाटिल

पूर्व केंद्रीय मंत्री बालासाहेब विखे पाटिल लंबे वक्त तक कांग्रेस पार्टी में रहे, लेकिन बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की. सात बार लोकसभा सांसद रहे बालासाहेब विखे पाटिल केंद्र सरकार में मंत्री पद पर रहे, 2016 में उनका निधन हो गया था. साल 2010 में समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने के लिए बालासाहेब विखे पाटिल को पद्म भूषण दिया गया था।