AMU ओल्ड बॉयज’ एसोसिएशन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं AMU के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंती के उपलक्ष्य में पटना में रक्तदान शिविर का किया आयोजन

पटना 09 अक्टूबर 2021, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और महान समाज सुधारक, शिक्षाविद्, आधुनिक भारत के वास्तुकारों में से एक और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अलीगढ़ के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंती समारोह के प्रतीक के रूप में, शनिवार, 09 अक्टूबर, 2021 को पटना के रेड क्रॉस भवन में एएमयू ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन बिहार चैप्टर के बैनर तले और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, बिहार द्वारा समर्थित रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए महासचिव डॉ. अरशद हक ने कहा कि दुनिया को प्रभावित कर रहे कोविड-19 के इस अभूतपूर्व समय के दौरान अस्पतालों में खून की कमी हो रही है और एएमयू ओल्ड बॉयज एसोसिएशन, बिहार चैप्टर ने एक प्रयास के रूप में इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया है. रक्त बैंकों का समर्थन करने के लिए।

रक्तदान मानव जाति के लिए सबसे महत्वपूर्ण समाज सेवा है। एक इंसान होने के नाते हमें दूसरों की जान बचाने के लिए रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान के माध्यम से हम विभिन्न जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं और उनके कीमती जीवन को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपका रक्तदान किसी के चेहरे पर एक अनमोल मुस्कान दे सकता है।

मानव जाति पर महात्मा गांधी के उद्धरण “पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं।” “आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक सागर की तरह है; अगर समुद्र की कुछ बूंदे गंदी हो जाएं तो सागर गंदा नहीं होता।

सर सैयद ने जॉन स्टुअर्ट मिल को उद्धृत किया है कि “एक निरंकुश सरकार भी किसी देश में आपदा नहीं ला सकती है, अगर उसके लोग व्यक्तिगत रूप से सुधार और प्रगति के विचारों से संपन्न हैं’, वह हमारे संस्थापक के सुनहरे शब्दों को याद दिलाता है।

उन्होंने इस पहल की सराहना की और पूर्व छात्रों और उनके परिवार के सदस्यों से भविष्य में भी इस नेक काम से जुड़ने का आग्रह किया। रक्तदान शिविर में अच्छी प्रतिक्रिया देखी गई और कुल २० यूनिट रक्त एकत्र किया गया।

इस अवसर पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, बिहार के पदाधिकारी डॉ. बी बी सिन्हा, अध्यक्ष और श्री यू एस पी सिंह, उपाध्यक्ष ने एएमयू ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया और इस शिविर का आयोजन किया और इस तरह इसे एक सफल आयोजन बनाया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में डॉ. मोशीर आलम, अमजद अली, अशरफ परवेज, तारिक अली और डॉ शाहबाज अंजुम महत्वपूर्ण थे।