पुष्पक एक्सप्रेस में महिला के साथ गैंगरेप, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

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महाराष्ट्र में महिलाओं के साथ यौन अपराधों की घटनाओं में कमी होते हुए नजर नहीं आ रही है। अलबत्ता यह अपराध बड़ी तेज रफ्तार से बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला लखनऊ से मुंबई आने वाली पुष्पक एक्सप्रेस का है। जिसमें एक महिला यात्री के साथ चार लोगों ने गैंगरेप को अंजाम दिया है।

फिलहाल जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चारों आरोपियों की तलाश में संभावित जगहों पर दबिश दी जा रही है।

लूट के बाद गैंगरेप
जानकारी के मुताबिक ट्रेन के अंदर अचानक 7 से 8 चोर घुसे थे। जिन्होंने पहले 15 से 20 यात्रियों से लूटपाट की। उसके बाद ट्रेन में यात्रा कर रही एक 20 साल की युवती के साथ गैंग रेप किया। फिलहाल इस पूरे मामले में 4 संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं। इस घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा पर फिर से प्रश्न चिन्ह लग गया है। यह घटना शुक्रवार की रात तकरीबन 8 बजे के आसपास स्लीपर कोच में हुई है। इस अप्रत्याशित घटना से लोगों के बीच में यात्रियों के बीच में भय का माहौल है।

घाट एरिया में हुआ गैंगरेप

जीआरपी के पुलिस कमिश्नर कैसर खालिद के मुताबिक जब ट्रेन घाट इलाके से गुजर रही थी। तब लुटेरों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक घाट पार करने के बाद कसारा रेलवे स्टेशन पहुंचने पर पीड़िता ने यात्रियों से मदद की गुहार लगाई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी ने भी तुरंत एक्शन लिया। फिलहाल चार बदमाशों को हिरासत में लिया गया है। जबकि अन्य चार लोगों की तलाश में दबिश दी जा रही है। यह मामला जीआरपी और क्राइम ब्रांच की टीम मिलकर इन्वेस्टिगेट कर रही हैं। पुलिस के मुताबिक लुटेरों द्वारा लूटी गई तकरीबन 96 हज़ार 390 रुपए की संपत्ति जिनमें ज्यादातर मोबाइल फोन थे और 34 हज़ार 200 नकद बरामद किया गया है।

पहले हुई हैं ऐसी घटनाएं
इसके पहले पुणे शहर में एक नाबालिग लड़की के साथ भी गैंगरेप का मामला सामने आया था। वहीं मुंबई के साकीनाका इलाके में एक महिला के साथ रेप और बर्बरता से उसकी हत्या के मामले ने सुर्ख़ियां बटोरी थीं। महाराष्ट्र में कई जिलों में इस तरह के मामले अक्सर सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके सरकार कोई खास कदम इन अपराधों को रोकने के लिए नहीं उठा पा रही है।

महिला आयोग का अध्यक्ष

महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार में महिला आयोग का गठन किया था लेकिन इस आयोग के पास बीते 2 साल से कोई अध्यक्ष नहीं है । फिलहाल इसकी जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर के पास है। यशोमती ठाकुर ने भी इस बात को कई दफा मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंचाया है लेकिन अभी तक इस विषय पर कोई फैसला नहीं हो पाया है।