एक बार फिर शरू होगा जनता दरबार, प्रति माह तीन बार लगेगा, पहले दिन गृह विभाग के होंगे मामले

नीतीश कुमार इन दिनों जनता की सेवा के लिए विशेष रूप से सक्रिय हैं और सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से बार बार सहयोग करने की अपील भी करते देखा गया है। हालांकि इसे लालू फैक्टर के तौर पर भी देखा जा रहा है। मालूम हो कि राजद सुप्रीमो लालू यादव न सिर्फ बिहार की सियासत का एक बड़ा चेहरा हैं बल्कि वे राष्ट्रीय राजनीति को लंबे अरसे तक प्रभावित करते रहे हैं। एक अरसे बाद जेल से रिहा होने के बाद लालू के आने से बिहार में  सियासत कोरोना काल से एक बार फिर से परवाज़ चढ़ती दिखाई पड़ रही है़। सत्ता दल के खासा एक्टिव दिखाई देने के साथ बिहार की राजनीति खामोशी ने चुप्पी तोड़ दी है।

खबर है कि पूर्व की तरह हर महीने के पहले तीन सोमवार को जनता दरबार लगाया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम की शुरुआत 11 बजे होगी।

  • पहले सोमवार को गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान-भूतत्व तथा सामान्य विभाग से संबंधित मामले मुख्यमंत्री सुनेंगे।
  • दूसरे सोमवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला संस्कृति ए‌वं युवा, वित्त, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामले लिये जाएंगे।
  • तीसरे सोमवार को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास ए‌वं आवास, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना विकास, भवन निर्माण, पर्यटन, सूचना ए‌वं जनसंपर्क, वाणिज्य तथा सामान्य प्रशासन विभाग के मामले सुने जाएंगे।

300 से 400 आवेदक को बुलाया जाएगा, अभी मोबाईल-एप से दर्ज होगी शिकायत

कोरोना महामारी के मद्देनजर अधिकतम 300 से 400 आवेदकों को एक दिन बुलाये जाने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी इसके लिए मोबाइल-एप से अपनी समस्या-शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था होगी।वहीं, जिन आवेदक के पास मोबाइल की सुविधा नहीं है, वैसे आवेदक अपने प्रखंड विकास पदाधिकारी-अनुमंडल पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वहां संबंधित पदाधिकारियों द्वारा आवेदक की शिकायत को मोबाइल-एप में दर्ज किया जाएगा। इसके लिए आवेदक को आधार संख्या और मोबाइल नंबर (अपना अथवा किसी परिचित का) देना होगा। इस संबंध में आवश्यक तैयारी सभी जिला पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे। मोबाइल-एप में आवेदन दर्ज करने पर आवेदक को एक यूनिक संख्या प्राप्त होगा, जिसका विवरण उन्हें मोबाइल पर एसएमएस और ईमेल पर प्राप्त होगा। इस यूनिक संख्या के माध्यम से आवेदक अपने दर्ज किये गये आवेदन की स्थिति की जानकारी मोबाइल-एप पर प्राप्त कर सकेंगे। जनता दरबार में भाग लेने के लिए तिथि और स्थल की जानकारी आवेदक को उनके दिये गए मोबाइल नंबर पर एसएमएस और ईमेल पर भेजी जाएगी। साथ ही उनके संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी ए‌वं संबंधित जिलाधिकारी के द्वारा भी सूचना दी जाएगी। कोरोना महामारी में कमी आने पर जनता दरबार में आने की व्यवस्था पूर्व की भांति होगी, जिसमें कोई भी आवेदक चिह्नित तिथि को निर्धारित विषय से संबंधित समस्या के आवेदन के साथ उपिस्थित हो सकेंगे।

कोरोना जांच एवं टीकाकरण के बाद ही मिलने की होगी अनुमति

जिला प्रशासन के द्वारा सभी चिह्नित आवेदकों को सूचित कर जनता के दरबार में मुख्यमंत्री की तिथि के पहले सभी का आरटीपीसीआर जांच एवं टीकाकरण कराया जाएगा। इसके बाद प्राप्त होने वाले जांच रिपोर्ट के आधार पर कोविड निगेटिव पाये जाने वाले आवेदकों को जिला प्रशासन एक दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के साथ वाहन से पटना के लिए रवाना करेंगे। जिला प्रशासन द्वारा सभी आवेदकों को उनके आवेदन का प्रिंट आउट, उपलब्ध कराया जाएगा, जो वे अपने आधार कार्ड के साथ लेकर आएंगे। जिला प्रशासन द्वारा आवेदकों के लिए इस यात्रा (आने-जाने) के दौरान पेयजल, खाने आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी।

बाहर से आने वालों के लिए होगी रात्रि विश्राम की व्यवस्था

दूर के जिला वालों को एक दिन पहले अर्थात रविवार को ही उनके जिले से रवाना किया जाएगा और रास्ते में उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था होगी। अगले दिन सोमवार को उन्हें जनता दरबार में लाया जाएगा। अररिया, कटिहार जिले के लोगों को बेगूसराय में विश्राम की व्यवस्था होगी। इसी प्रकार किशनगंज और पूर्णिया जिले के लोगों को समस्तीपुर, सहरसा एवं सुपौल जिले के लोगों को मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बांका जिले के लोगों को नालंदा तथा पश्चिम चंपारण एवं मधेपुरा जिले के लोगों को वैशाली में रात्रि विश्राम कराया जाएगा। अन्य सभी जिले के जिलाधिकारी चिह्नित आवेदकों को जनता दरबार में सुबह दस बजे तक उपस्थित कराने के लिए रवाना करेंगे।