
गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर) को केबल पुल टूटने से बड़ा हादसा हो गया.
माच्छू नदी पर नवनिर्मित केबल पुल तीन दिन पहले खोला गया था. हादसे के वक्त पुल पर करीब 500 लोग मौजूद थे. ये सभी छठ का त्योहार मना रहे थे. इस हादसे में करीब 400 लोगों के नहर में डूबने की आशंका है. वहीं राहत कार्य जारी है.
मालूम हो कि पीएम मोदी ने एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। मोरबी में हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख। घायलों को रुपये दिए जाएंगे। 50,000
इस हादसे पर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट करके दुख जताया है. उन्होंने लिखा कि, “मोरबी में केबल पुल गिरने के हादसे से मुझे गहरा दुख हुआ है. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है. प्रशासन को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. मैं इस संबंध में जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हूं.”
मोरबी का आकर्षण रहा है झूलता हुआ पुल
ग़ौरतलब है कि मोरबी शासको द्वारा बनवाया यह पूल उस समय की उन्नत इंजीनियरिंग का जीता जागता नमूना है। यह पूल मार्बल से बना हुआ है। इस झूलते पूल का निर्माण मोरबी राज्य को एक अलग पहचान देने के उद्देश्य से, उस समय यूरोप में उपलब्ध तकनीक के आधार पर किया गया था। यह पूल मच्छू नदी पर बना हुआ है। यह पूल 1.25 मीटर लम्बा और 233 मीटर चौड़ा है। यह पुल दरबारगढ़ महल और लखधीरजी इंजीनियरिंग कॉलेज को जोड़ने का काम करता है।
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