बिहार: राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाईकोर्ट से मिली जमानत, राजद पार्टी में दौड़ी खुशी की लहर।

झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले (डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी) में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से दायर जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। अदालत ने प्रार्थी और सीबीआई का पक्ष सुनने के बाद लालू प्रसाद को जमानत दे दी। अदालत ने लालू प्रसाद को कुछ शर्त के साथ जमानत की सुविधा दी। अदालत ने 10 लाख रुपये जुर्माना की राशि जमा करने व 100000 के बंधन पत्र पर जमानत की सुविधा प्रदान की है।

सीबीआई ने जमानत का किया था विरोध

चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से दायर जमानत याचिका पर अदालत के आदेश के आलोक में सीबीआई की ओर से इससे पहले बुधवार को झारखंड हाइकोर्ट में शपथ पत्र दायर किया गया था। बताया जाता है कि सीबीआइ ने अपने जवाब में कहा था कि इस मामले में लालू प्रसाद की आधी सजा अब तक पूरी नहीं हुई है। वैसी स्थिति में उन्हें जमानत दिया जाना उचित नहीं होगा।

अदालत में की गई थी जमानत के लिए अपील।

पिछली बार लालू प्रसाद की ओर से बताया गया था कि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में उनकी हिरासत की अवधि 41 माह से अधिक हो चुकी है। सजा की आधी अवधि 30 माह ही होगी। अदालत में लालू प्रसाद यादव के वकील की तरफ से वार्ता आवेदन दायर कर मामले में आधी से अधिक सजा काटने के आधार पर जमानत देने की मांग की गयी थी। आपको बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत ने 21 फरवरी को चारा घोटाला मामले (डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ की निकासी) में लालू प्रसाद को पांच साल की सजा सुनायी है।