CPIML विधायक मनोज मंजिल की विधानसभा की सदस्यता खत्म, अगिआंव में होगा उपचुनाव, हत्या मामले में हुई है आजीवन कारावास की सजा

17वीं विधानसभा में सातवें विधायक की सदस्यता खत्म कर दी गई है…भोजपुर के अगिआंव प्रखंड से माले विधायक मनोज मंजिल की विधायकी रद्द कर दी गई है। इसके बाद माले विधायकों की संख्या बिहार विधान सभा में 11 रह गई है। माले ने 19 सीटों पर विधान सभा का चुनाव लड़ा था और उसमें से 12 की जीत हुई थी। मनोज मंजिल को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा लोअर कोर्ट से हुई है। अब अगिआंव में विधान सभा उपचुनाव होना तय है।

अगिआंव अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधान सभा क्षेत्र

चुनाव आयोग के अनुसार बताया जा रहा है कि अगिआंव विधानसभा में उपचुनाव, लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाए! फैसला चुनाव आयोग को लेना है कि कब उपचुनाव कराया जाएगा। माले यहां किसको उम्मीदवार बनाएगी। इस पर पार्टी की बैठक में फैसला लिया जाएगा। मनोज मंजिल की पत्नी शीला देवी जिला परिषद का चुनाव लड़ चुकी हैं। अगिआंव विधान सभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधान सभा क्षेत्र है।

17 वीं विधान सभा में अब तक छह उपचुनाव हुए

17 वीं विधान सभा में अब तक छह उपचुनाव हुए हैं, जिनमें से दो सीट पर जेडीयू, दो पर आरजेडी और दो पर बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई है। विधान सभा चुनाव में इन छहों में से तीन पर जेडीयू की जीत हुई थी, दो पर बीजेपी की और एक बोंचहा सीट पर वीआईपी की। उपचुनाव में बोंचहा की सीट आरजेडी के अमर पासवान के जिम्मे आ गई।

उपचुनाव में वीआईपी ने यहां डॉ. गीता को उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहीं। हालांकि बीजेपी की बेबी कुमारी की हार की बड़ी वजह वीआईपी उम्मीदवार डॉ. गीता बनी थी। इस सीट पर राजनीतिक तिकड़म की वजह से ही मुकेश सहनी की विधान परिषद की सदस्यता चली गई। उन्हें हटा दिया गया।

17 वीं विधान सभा में अगिआंव सातवां विधान सभा क्षेत्र होगा जहां उपचुनाव कराया जाएगा। 17 वीं विधान सभा में अब तक कुशेश्वर स्थान, तारापुर, मोकामा, गोपालगंज,कुढ़नी और बोचहा में विधान सभा उपचुनाव हो चुके हैं।