जमुई में पत्रकारों के बीच सीधा संबंध स्थापित करने को लेकर “वार्तालाप” – क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन….

(प्रेस विज्ञप्ति)
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी)
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
भारत सरकार,पटना
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी करेंगे क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला का उदघाटन
**
पटना /जमुई 5-12-2022
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की प्रमुख मीडिया इकाई, पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) द्वारा क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला – ‘वार्तालाप’ का आयोजन 06 दिसंबर 2022 को जमुई स्थित समाहरणालय सभागार में होने जा रहा हैं। वार्तालाप का उदघाटन मुख्य अतिथि अवनीश कुमार सिंह,आइएएस, जिलाधिकारी ,जमुई के द्वारा किया जाएगा । मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय,भारत सरकार,पटना के अपर महानिदेशक एस के मालवीय और वरिष्ठ पत्रकार विनय कुमार विशिष्ट अतिथि होंगे। वार्तालाप में जिले के पत्रकार बंधु शामिल होंगे। मौके पर केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा फोटो प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी ।
जैसा कि भारत सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से संबंधित सूचनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु पीआईबी नोडल एजेंसी है। पीआईबी, आम जनता तक पहुंच बनाने हेतु मीडिया और केन्द्र सरकार के बीच प्रमुख सेतु का कार्य करती है। आम जनता तक सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं के प्रभावी तरीके से प्रचार-प्रसार हेतु जरूरी है कि पीआईबी और मीडिया के बीच संबंधों को और मजबूत किए जाएं। इसके लिए यह आवश्यक है कि पीआईबी की पहुंच दिल्ली या राज्य की राजधानियों के पत्रकारों तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि जिला और निचले स्तरों तक काम करने वालों तक इसे विस्तारित किया जाये। उपरोक्त उद्देश्य से ही क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला – ‘वार्तालाप’ की परिकल्पना की गयी है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य विकासात्मक रिपोर्टिंग, सामाजिक अभिप्रेरक के रूप में मीडिया के दायित्व, आज के संदर्भ में मीडिया के समक्ष नई चुनौतियां और मीडिया कौशल उन्नयन जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा करना है। साथ ही स्थानीय मीडिया के संदर्भ में सूचनाओं के प्रवाह को बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए समुचित सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करना है।
इसका प्रमुख उद्देश्य यह भी है कि इस कार्यक्रम के जरिये पीआईबी के क्षेत्रीय/शाखा कार्यालयों एवं जिला और उप-जिला स्तरों पर कार्य कर रहे पत्रकारों के बीच सीधा संबंध स्थापित किया जाये। इससे जिला और उप-जिला स्तरों पर कार्य कर रहे पत्रकारों के ई-मेल आईडी और टेलीफोन नंबरों के डाटा तैयार करने में भी पीआईबी को मदद मिलेगी। जिससे कि पीआईबी द्वारा जारी रिलीजों को उनतक सीधे भेजा जा सके और संबंधित विषयों पर उनके फीडबैक प्राप्त किए जा सके।