बिहार में जहरीली शराब से लगातार हो रही मौत के बावजूद शराब माफिया के हौसले बुलंद… जगह-जगह चोरी छिपे नकली शराब तैयार की जा रही… प्रशासन लगातार इनपर कर रही है कार्रवाई….

इसी कड़ी में पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में वाटर प्लांट की आड़ में शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। वाटर प्लांट में अलग-अलग कंपनी के नाम के रैपर को खाली बोतल में चस्पा कर शराब को पैक किया जा रहा था।

दानापुर एएसपी एवं मद्यनिषेध विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए वाटर प्लांट से भारी मात्रा में विभिन्न शराब कंपनी का रैपर, खाली बोतल, 2660 लीटर स्प्रिट, दर्जन भर से अधिक वाहन नंबर प्लेट, फर्जी रैपर लगाकर तैयार की गई शराब की बोलतों को बरामद किया गया है। छापामारी के दौरान स्थानीय निवासी मुकेश कुमार और नीलम कुमारी को गिरफ्तार किया गया है। मुकेश मूल रूप से नालंदा का रहने वाला है।

मद्यनिषेध को मिली  सूचना पर हुई कार्रवाई….

मद्यनिषेध को सूचना मिली कि उक्त गांव में वाटर प्लांट में शराब तैयार की जा रही है। वाटर प्लांट का सत्यापन करने के बाद सूचना की पुष्टि होते ही एएसपी अभिनव धीमन के नेतृत्व में बिहटा थाने की पुलिस और मध निषेध विभाग की टीम वाटर प्लांट में छापेमारी करने पहुंच गई। हालांकि कार्रवाई की भनक लगते ही शराब माफिया सहित अन्य तस्कर रुपए और अन्य सामान को लेकर फरार हो गए। प्लांट के अंदर का नजारा देख पुलिस भी दंग रह गई।

शराब माफिया की पहचान में जुटी है पुलिस…

दानापुर एएसपी अभिनव धीमन ने बताया कि मध निषेध विभाग पटना को गुप्त सूचना मिली थी कि रामनगर गांव में अनमोल वाटर प्लांट में अवैध तरीके से अंग्रेजी शराब का निर्माण किया जा रहा है, जिसके बाद वहां छापेमारी की गई। वहां से स्प्रिट एवं शराब की बोतलें, शराब सहित रैपर आदि बरामद हुआ है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शराब माफिया और फैक्ट्री में काम करने वाले सभी लोगों की पहचान की जा रही है।