भारत COVID 19 की पूर्णतः स्वदेशी वैक्सीन विकसित करेगा – देश में कुल 62,939‬ मामलों में से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 2109

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में बढ़कर 62,939‬ हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 2109 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 41,472 सक्रिय हैं। जबकि 19,358 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।

बिहार में कोरोना वायरस के आज 32 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 611

बिहार में शनिवार देर रात को स्वास्थ विभाग के सचिव संजय कुमार द्वारा ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार पिछले 24 घंटो में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों से शनिवार को दूसरा बड़ा जिला मुजफ्फरपुर में तीन मामलों के साथ  कोरोना वायरस के 32 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 611 हो गई, बिहार में अभी तक इस संक्रमण से 318 लोग ठीक हुए हैं और 5 लोगों की मौत हुई है वहीं सक्रिय मामलों की संख्या 288 है।


स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में कुल मामलों में से सर्वाधिक मामले मुंगेर (104), रोहतास (59), बक्सर(56), पटना (51), नालंदा (39), सीवान (33) और  बेगुसराए (24) हैं। जहाँ नए मामलों में से खगड़िया, शेखपुरा, सिवान, भोजपुर, वैशाली में 1-1, मुंगेर, नालंदा में 2-2, मुज़फ्फरपुर व अरवल में 3-3 मामले सामने आए हैं जबकि रोहतास में 5 और बेगूसराय में 12 मामलों का पता चला है। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 37 जिले प्रभावित हुए है। गौरतलब है कि पॉजिटिव हुए लोगों में महिला पुरुष का अनुपात 1:1.8 है।  अब तक कुल 31,552 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।

कोविड-19 की वैक्सीन विकसित करने के लिए आईसीएमआर-बीबीआईएल के बीच साझेदारी

कोरोनावायरस (Coronavirus Vaccine) की वैक्सीन को विकसित करने के लिए आईसीएमआर ने भारतबायोटेक इंटरनेशलन लिमिटेड के साथ साझेदारी की है। एक बयान के अनुसार टीके का विकास आईसीएमआर के पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में अलग किए गए वायरस के ‘उप-प्रकार’ का इस्तेमाल कर किया जएगा। इसने कहा कि ‘उप-प्रकार’ को एनआईवी से सफलतापूर्वक बीबीआईएल भेज दिया गया है। स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई ने बयान में कहा, यह वैक्सीन विकसित करने को लेकर काम शुरू हो चुका है आईसीएमआर-एनआईवी टीके के विकास के लिए बीबीआईएल को सतत मदद उपलब्ध कराएगा.”

और जल्द-से-जल्द इसे विकसित करने के लिए आईसीएमआर और बीबीआईएल इसके क्लीनिकल मूल्यांकन के लिए फास्ट-ट्रैक मंज़ूरी की मांग करेंगे।

बता दें कि आईसीएमआर ने कोविड-19 से जुड़ी जटिलताओं को सीमित करने के मकसद से इस बीमारी से स्वस्थ हुए व्यक्ति के प्लाज्मा के प्रभाव का आकलन करने के लिए 21 संस्थानों को एक अध्ययन में शामिल होने की स्वीकृति पहले ही दे दी थी। अधिकारियों ने बताया था कि इस अध्ययन में 452 नमूने शामिल किये जाएंगे। इसमें 400 नमूनों का पंजीकरण होने के बाद कोई नया संस्थान नहीं जोड़ा जाएगा।