स्वाइन फ्लू की चपेट में सुप्रीम कोर्ट के 6 जज, सभी लोगों को टीका लगवाने का सुझाव

चीन में कोरोनावायरस जैसे महामारी के बाद भारत में स्वाइन फ्लू ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. इस साल सबसे पहले स्वाइन फ्लू ने हैदराबाद में दस्तक दी थी इसके बाद अब राजधानी दिल्ली में भी स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है. सुप्रीम कोर्ट के 6 जजों को स्वाइन फ्लू हो गया है इसकी जानकारी देते हुए जस्टिस डी.वीई.चंद्रचूड़ ने कहा कि स्वाइन फ्लू जैसे गंभीर बीमारी को देखते हुए चीफ जस्टिस एसए बोबड़े ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे से बातचीत की. दुष्यंत दवे ने कहा कि जीफ जस्टिस स्वाइन फ्लू को लेकर काफी चिंतित है और उन्होंने कोर्ट से सभी लोगों को टीके लगवाने का सुझाव दिया है.

कोर्ट में डिस्पेंसरी खोलने का निर्देश

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने ऐसे वकील/कर्मचारियों को सुविधा देने के लिए सहायता के रूप में 10 लाख रुपये देने की पेशकश की है जो टीका नहीं लगवा सकते. एक टीके का खर्च 1200 रुपये है. बुधवार तक सुप्रीम कोर्ट में डिस्पेंसरी खोलने का निर्देश दिया गया है. इसी के साथ भारत सरकार ने जजों और वकीलों की मदद में एच1एन1 बीमारी से लड़ने के लिए टीका केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव रखा है. जस्टिस चंद्रचूड़ ने पुष्टि की है कि 6 जज एच 1 वायरस से पीड़ित हैं.

चीफ जस्टिस एसए बोबड़े ने स्वाइन फ्लू पर चर्चा करने के लिए एससीबीए अध्यक्ष के साथ बैठक बुलाई. यहां तक कि जस्टिस संजीव खन्ना कोर्ट में मास्क पहनकर मामलों की सुनवाई करते दिखे.