रमजान के पवित्र महीने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। देश में अमूमन 24 या 25 मई को ईद-उल-फितर का त्योहर मनाया जाता है। लेकिन चांद नहीं दिखने की वजह से अब 25 को देशभर में धूमधाम से ईद मनेगी। हांलाकि लॉकडाउन की वजह से ईद के रंग जरूर फीके हुए हैं।
रमजान के पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं। सुबह सेहरी के साथ रोजा शुरू होता है और शाम को इफ्तार के बाद रोजा खत्म किया जाता है। रमजान का महीना तीस दिन का होता है और चांद के दिखने पर निर्भर होता है। जिस दिन चांद दिखता है उसके अगले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है। ईद उल फितर की सही तारीख चांद के दिखने पर ही तय की जाती है।
इसका समय अलग-अलग देशों में अलग-अलग हो सकता है। इस्लामिक कैलेंडर की मानें तो यह चांद पर निर्भर है जो 29 या 30 दिन का होता है। चांद के दिखने से नए महीने की शुरुआत होती है।
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