कोरोना संकट के बीच भारत को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के 34 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड के चेयरमैन का पद संभाल लिया। जापान के डॉ. हिरोकी नाकातानी की जगह लेने वाले हर्षवर्धन ने कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
WHO में 194 सदस्य देशों ने लगाई थी मुहर
पदभार संभालने के बाद हर्षवर्धन ने कहा, मौजूदा संकट से उबरने के लिए वैश्विक भागीदारी को मजबूत करने और एक दूसरे की भावनाओं को समझने की जरूरत है। गौरतलब है कि बोर्ड में भारत के प्रतिनिधि को नियुक्त करने के प्रस्ताव पर मंगलवार को डब्ल्यूएचओ की बैठक में 194 सदस्य देशों ने हस्ताक्षर किए थे।
हर्षवर्धन का कार्यकाल तीन साल का होगा
पिछले साल डब्ल्यूएचओ के दक्षिण पूर्व एशिया समूह ने सर्वसम्मति से बोर्ड में भारतीय प्रतिनिधि को तीन साल के लिए चुनने का फैसला किया था। इस पद पर हर्षवर्धन का कार्यकाल तीन साल का होगा। चेयरमैन पद क्षेत्रीय समूहों के लिए बारी-बारी से एक-एक साल का होता है और इसका फैसला पिछले साल ही हो गया था कि पहले साल भारत का प्रतिनिधि इसका चेयरमैन होगा।
You must be logged in to post a comment.