सोना झरिया मिंज बनीं भारत की पहली आदिवासी महिला कुलपति, सिद्धो-कान्हो विश्वविद्यालय में हुई नियुक्ति

प्रोफेसर सोना झरिया मिंज भारत की पहली आदिवासी महिला कुलपति बनी हैं. झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने सोना झरिया मिंज को सिद्धो-कान्हो विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया. राज्यपाल ने कल तीन विश्वविद्यालय के कुलपतियों की नियुक्ति की जिनमें विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति मुकुल नारायण देव और नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राम लखन सिंह बनाये गये.

जेएनयू की छात्रा रही हैं सोना झरिया मिंज

सोना झरिया मिंज को कुलपति बनाया जाना ऐतिहासिक है. वे भारत की पहली आदिवासी कुलपति हैं. सोना झरिया मिंज जेएनयू की छात्रा रही हैं और वर्तमान में वहीं पर ‘स्कूल ऑफ कंप्यूटर एंड सिस्टम साइंस’ विभाग में प्रोफेसर हैं. वे जेएनयू में टीचर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. सोना झरिया मिंज ने तमिलनाडु के क्रिश्चयन कॉलेज से गणित में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. उसके बाद उन्होंने जेएनयू से दर्शनशास्त्र में एमफील और पीएचडी किया. जेएनयू में प्रोफेसर नियुक्त होने से पहले उन्होंने मध्यप्रदेश के बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय और मदुरई के कामराज यूनिवर्सिटी में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम किया. पिछले 28 साल से वे जेएनयू में काम कर रही हैं.