लाशों के बीच मरीजों के इलाज के वायरल वीडियो पर मंगल पांडेय ने पल्ला झाड़ा, कहा झूठा वीडियो है

NMCH में लाशों के बीच मरीजों का इलाज को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस वायरल वीडियो को झूठा और भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो और वीडियो में लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने खुद एनएमसीएच के अधीक्षक से बातचीत की है, लेकिन अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने हेल्थ मिनिस्टर को बताया कि कोई भी डेड बॉडी नहीं पड़ी है।

हम प्रोटोकॉल का पालन करते हैं-मंगल पांडेय

मंगल पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद एक प्रोटोकॉल के तहत बॉडी की अंत्योष्टि की जाती है। पटना जिला प्रशासन और जिस जिला का रहने वाला मृतक व्यक्ति होता है, दोनों आपसी सामंजस्य से बातचीत कर आगे की कार्रवाई करते हैं। मृतक को बॉडी बैग में पैक कर मर्च्युरी वैन से ले जाया जाता है।

मनी सिंह राजपूत ने बनाया वीडियो

दरअसल, मनी सिंह राजपूत नाम के एक युवक ने एक वीडियो बनाया है। युवक का दावा है कि ये वीडियो पटना के कोरोना अस्पताल एनएमसीएच का है. उसका कहना है कि कोरोना वार्ड में उसके पिता का इलाज चल रहा है, लेकिन वहां कोई देखनेवाला नहीं है. नर्स और मेडिकल स्टॉफ कोई जरूरत होती है, तो उसी से काम करवाते हैं। वहीं उसी वार्ड में दो दिनों से दो मरीजों की मौत हो गयी है, लेकिन कोई उन्हें देखने वाला नहीं है। जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।