संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में जारी एक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने मुंबई हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि हम वो जख्म कभी नहीं भूल सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 2008 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई पर धावा बोला था, इस हमले में कई लोगों की जान चली गई थी. पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत नई नीति-रीति के साथ आतंकवाद का सामना कर रहा है.
वन नेशन-वन इलेक्शन पर मंथन की जरुरत
पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन आज भारत की जरूरत है. देश में हर कुछ महीने में कहीं ना कहीं चुनाव हो रहे होते हैं, ऐसे में इसपर मंथन शुरू होना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें पूरी तरह से डिजिटलकरण की ओर बढ़ना चाहिए और कागज के इस्तेमाल को बंद करना चाहिए. आजादी के 75 साल को देखते हुए हमें खुद टारगेट तय करना चाहिए.
पीएम मोदी ने लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनावों के लिए एकल मतदाता सूची का सुझाव दिया और कहा कि अलग-अलग सूचियां संसाधनों को व्यर्थ करना है. पीएम मोदी ने कहा, हर कुछ महीनों में विभिन्न स्थानों पर चुनाव होते हैं, विकास कार्य पर इसका प्रभाव सभी को पता है. इस मुद्दे का अध्ययन करने की आवश्यकता है और पीठासीन अधिकारी इसके लिए मार्गदर्शक हो सकते हैं
संविधान की रक्षा में न्यायपालिका की काफी बड़ी भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान की रक्षा में न्यायपालिका की काफी बड़ी भूमिका है. पीएम बोले कि 70 के दशक में इसे भंग करने की कोशिश की गई, लेकिन संविधान ने ही इसका जवाब दिया. इमरजेंसी के दौर के बाद सिस्टम मजबूत भी होता गया, उससे हमें काफी कुछ सीखने को मिला है. .
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