अररिया की चुनावी सभा में बोले नीतीश, कुछ लोगों को मेवा से मतलब है, उनका परिवार ही सबकुछ होता है

बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा कि उन्होंने बीते वर्षों में घर-घर नल जल योजना और प्रदेश में बिजली और सड़कों का जाल बिछा दिया है। उन्होंने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार हिमाचल प्रदेश के बाद बिहार देश का दूसरा सबसे अधिक ग्रामीण बहुल राज्य है।  देशभर की 69 प्रतिशत की तुलना में इसकी आबादी का 89 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है। इसका मतलब यह है कि राज्य में बुनियादी नागरिक सुविधा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। 2015 के बिहार चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात वादों में बिजली, सड़क और पानी शामिल थे। उन्होंने इसे कैसे किया है?

बिहार के लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा

रानीगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बार जब आप मौका देंगे तो नई तकनीक का ट्रेनिंग दिलाएंगे. बिहार के लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. नई उद्योग नीति बना दिए हैं कि इतना काम बिहार में पैदा होगा की बिहार के लोगों को काम के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि दूसरे राज्यों के लोग नौकरी करने के लिए बिहार आएंगे.

हमलोगों का काम तो सिर्फ सेवा ही करना होता है

नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर हमला बोला. सीएम ने कहा कि हमलोगों तो सिर्फ काम करते हैं. सभी लोगों के लिए विकास के लिए काम करते हैं. हमलोगों का काम तो सिर्फ सेवा ही करना होता है,लेकिन कुछ लोगों को सेवा से मतलब नहीं है. इनलोगों को मेवा से मतलब है. उनका परिवार ही सबकुछ होता है.

आज देश में 23वें स्थान पर बिहार

उन्होंने कहा कि आज सभी समाज की महिलाओं का बिहार में विकास और सम्मान मिला है. बिहार में जंगलराज के दौरान हॉस्पिटल में इलाज नहीं हो पाता था. लेकिन कुछ लोग आज बड़े बड़े दावे कर रहे हैं. हम तो लोगों से यही कहेंगे की उसको याद रखिए. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में क्राइम कंट्रोल में हैं. यही कारण है कि आज देश में 23वें स्थान पर बिहार है.