किसानों और सरकार के बीच लंच ब्रेक के बाद बैठक जारी, किसानों ने ठुकराया सरकार का लंच, मिल-बांट कर खाया अपने साथ लाया हुए खाना

नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार आठवें दिन जारी है। इस आंदोलन की आग लगातार फैलती जा रही है। किसानों और सरकार के बीच वार्ता शुरू हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे कोई हल निकल सकता है। 40 किसान नेताओं की सरकार के साथ विज्ञान भवन में दोपहर 12.30 बजे से बातचीत चल रही है। सरकार की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अध्यक्षता कर रहे हैं। बीच में लंच ब्रेक हुआ था, लेकिन किसानों ने सरकारी दावत खाने से मना कर दिया। वे अपना खाना साथ लाए थे, वही खाया। उन्होंने कहा कि सरकार का खाना या चाय मंजूर नहीं।

एमएसपी को लेकर नया कानून बनाने की भी मांग

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब तीन घंटे की बैठक में किसानों ने अपनी मांगों और नए कानून को लेकर उनकी आशंकाओं को बिंदुवार ढंग से रखा है। किसानों ने सरकार के सामने एमएसपी को लेकर नया कानून बनाने की भी मांग रखी है।

प्रदर्शन को लेकर कई मार्ग बंद

पुलिस ने किसानों के आंदोलन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ने वाले रास्तों को बृहस्पतिवार को बंद कर दिया. सिंघु, लामपुर, औचंदी, साफियाबाद, पियाओ मनियारी और सबोली बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं। एनएच 44 भी दोनों तरफ से बंद है। इसलिए इन रास्तों को छोड़कर वैकल्पिक मार्ग जैसे एनएच-8/भोपरा/अप्सरा बॉर्डर/पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उपयोग करें। जीटी करनाल रोड और मुकरबा से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. आंदोलनरत किसानों ने अपनी मांगे नहीं मानी जाने पर दिल्ली के अन्य मार्गों को बंद करने की बुधवार को धमकी दी थी.