चमोली आपदा: तपोवन टनल में रेस्क्यू जारी, JCB से निकाला जा रहा है मलबा, ऋषि गंगा के मुहाने पर बन गई झील, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने के बाद आई आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सेना, आईटीबीपी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीम राहत कामों में जुटी हुई हैं. अब तक 33 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं लापता करीब 170 लोगों की तलाश जारी है.

ऋषिगंगा नदी का फिर से बढ़ने लगा जलस्तर

वहीं ऋषिगंगा नदी का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा. जलस्तर बढ़ने से कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा. इसके बाद चुनिंदा मेंबर्स की टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया. अब टनल के अंदर के काम तेजी से होगा. मलबा मध्य रात्रि से अंदर जेसीबी लगाकर डंपर से बाहर लाया जा रहा है.

मलबे से बनी झील के कारण ऋषि गंगा अवरुद्ध

उधर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञानी डा. नरेश राणा ने दावा किया है कि आपदा प्रभावित चमोली जिले में ऋषि गंगा के मुहाने पर झील बन गई है। उन्होंने इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को भी सौंप दी है। डा. राणा ने बताया कि मलबे से बनी झील के कारण ऋषि गंगा अवरुद्ध हो गई है। जिससे भविष्य में फिर ऋषि गंगा में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। उन्होंने इसका वीडियो भी जारी किया है।

चमोली जिला प्रशासन ने इस वीडियो को लेकर टीएचडीसी, एनटीपीसी और आईआईआरएस को जांच करने का आदेश दिए हैं। इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भी दो दिन पहले यह आशंका जाहिर की थी।