सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के अचानक भवन मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात की है. इस खबर के बाद बिहार के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. हालांकि मुलाकात के बाद कन्हैया कुमार ने कहा कि इस मुलाकात के कोई सियासी मायने नहीं निकाले जाने चाहिए. यह औपचारिक मुलाकात थी.
अपना कुनबा बढ़ाने में जुटा जेडीयू
विधानसभा चुनाव में जेडीयू की खराब प्रदर्शन के बाद से ही संगठन में लगातार परिवर्तन किए जा रहे हैं. सबसे पहले जेडीयू की कमान आरसीपी सिंह को दी गई. उसके बाद से जेडीयू को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. हाल के दिनों में कई निर्दलीय विधायकों और नेताओं को अपने पाले में कर पार्टी का कुनबा बढ़ाया जा रहा है.
बिहार में नए समीकरण के संकेत ?
हालांकि चुनाव के परिणाम के बाद नीतीश कुमार ने मंच से कहा था कि जॉर्ज साहब और सीपीआई के रिश्ते बेहद करीब के हैं. वहीं दूसरी तरफ बिहार में जो तोड़-जोड़ की राजनीति चल रही है. जाहिर है कि विधानसभा चुनाव के बाद भले ही जनता दल यूनाइटेड 43 सीटों पर सिमट गई हो लेकिन नीतीश कुमार अपने कुनबे को लगातार मजबूत करने में लगे हुए हैं. तो सवाल उठ रहा है कि क्या एक बार फिर जेडीयू और सीपीआई एक मंच पर आकर बिहार में नए समीकरण के संकेत दे रहे हैं.
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