पूर्णिया में लोजपा के प्रदेश नेता की अपहरण के बाद, हत्‍या

बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद होते दिख रहे हैं। पूर्णिया में लोजपा के प्रदेश नेता का अपराधियों ने अपहरण के बाद हत्‍या कर दी। हालांकि अपराधियों ने फ‍िरौती के 10 लाख रुपये लेने के बाद भी नहीं छोड़ा और हत्या कर दी।  रविवार को उनका शव बरामद हुआ। इस घटना के बाद स्‍वजनों ने पुलिस पर काफी रोष व्‍यक्‍त किया है। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है के साथ जगह-जगह उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।

गुरुवार को हुआ अपहरण

गौरतलब है कि पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के रहने वाली लोजपा के प्रदेश नेता अनिल उरांव का अपहरण गुरुवार को हुआ था।

अपहर्ताओं ने स्‍वजनों को फोन पर 10 लाख रुपये फ‍िरौती की मांग करी थी  जिसे  नहीं देने की सूरत में हत्‍या कर देने की धमकी भी दिया था। शुक्रवार को स्‍वजन रुपये लेकर अपरा‍धियों ने पहुंचाने गए, लेकिन अपराधी लगातार अपना ठिकाना बदलते रहे। संपर्क नहीं हो पाने के करण सभी वापस लौट गए। फ‍िर शनिवार को अपराधियों ने फोन कर फि‍रौती के रुपये पहुंचाने को कहा। लेकिन रुपये लेने के बाद भी लोजपा नेता को नहीं छोड़ा। स्वजन से बताया कि फिरौती के 10 लाख रुपये बनभाग बांध के पास अपराधियों को दिया। उन्होंने बताया कि दो नकाबपोश अपराधी बिना नंबर के लाल रंग के पल्सर बाइक आये और फोन कर बुलाकर रुपया वाला बैग ले लिया। गौरतलब है कि देर रात फिरौती का रुपये लेने के बाद अपहृत का कुछ भी पता नहीं चल पाया था।

रविवार को मिली लाश

पूर्णिया के के नगर थाना क्षेत्र के झुंनी इस्तम्बरार पंचायत के डंगरहा गांव से अनिल उरांव का शव बरामद किया गया। शव मिलने के बाद स्‍वजन और अनिल उरांव के समर्थन रोष में आ गए। जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। लोजपा नेता की हत्‍या की सीबीआइ जांच की मांग की जा रही है।

जानिए कौन थे अनिल उरांव

  • अपहृत अनिल उरांव लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह 2015 और 2020 में कटिहार जिला के मनिहारी से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन दोनों बार उनकी हार हुई। पूर्व में स्थानीय बेला रिकाबगंज पंचायत का मुखिया रह चुके हैं।