BPSC पेपर लीक का मास्टरमाइंड है उपेंद्र कुशवाहा का करीबी,आरोपी ने माना लीक का आरोप

जदयू के बड़े नेता और इस समय ललन सिंह के बाद सीएम नीतीश के सबसे करीबी नेता उपेंद्र कुशवाहा बीपीएससी पेपर लीक मामले में बुरी तरह घिर रहे हैं। बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने बीपीएससी पेपर लीक में जदयू के एक नेता शक्ति कुमार को गया से दबोचा है। शक्ति कुमार उपेंद्र कुशवाहा का काफी करीबी माना जाता है। गिरफ्तारी के बाद उसकी उपेंद्र कुशवाहा के साथ एक पुरानी तस्वीर भी सामने आई जिसमें दोनों के बीच की नजदीकी साफ दिख रही है। आर्थिक अपराध इकाई ने पेपर लीक कांड के इस मास्टरमाइंड जेडीयू नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कुशवाहा की पुरानी पार्टी रालोसपा का प्रदेश संगठन सचिव रह चुका है आरोपी

उपेंद्र कुशवाहा ने बीपीएससी पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी शक्ति कुमार के साथ नाम जोड़े जाने के बाद मीडिया से कहा कि यह सब कुछ विरोधी लोगों की ही कारस्तानी है। उन्होंने सारा दोष मीडिया पर मढ़ते हुए अपना बचाव किया और कहा कि किसी भी संस्थान में कौन क्या करता है, इसकी जानकारी उपर के लोगों को थोड़े रहती है। फोटो तो लोग किसी के साथ भी खिंचवाते ही हैं।

आरोपी ने जाँच एजेंसी के सामने माना पेपर लीक का आरोप

पेपर लीक मामले की जांच के दौरान आर्थिक अपराध इकाई को जानकारी मिली कि गया के डेल्हा स्थित राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्राचार्य की इस पूरे मामले में भूमिका है। इसी के बाद आरोपी प्राचार्य सह केंद्र अधीक्षक शक्ति कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। शक्ति कुमार ने जांच एजेंसी के सामने माना कि उसी ने बीपीएससी पेपर को स्कैन कर फॉरवर्ड किया था। शक्ति कुमार ने यह भी कहा कि उसने कपिल देव नामक व्यक्ति को व्हाट्सएप से पेपर का स्कैन भेजा था। शक्ति कुमार फिलहाल जदयू से जुड़ा हुआ है और पूर्व में वह उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का प्रदेश संगठन सचिव था।