सीओ दफ्तर के सामने एक महिला को मारी गोली, सुरक्षा व्यवस्था की खुल गई पोल आरोपि को दबोच भीड़ ने रखी पुलिस की लाज….

उन्नाव में सीओ कार्यालय के सामने मंगलवार को दिनदहाड़े ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर में तैनात कार सवार महिला कर्मचारी को युवक ने गोली मार दी। महिला को जिला अस्पताल भेजा गया। उधर, आसपास के लोगों ने आरोपित को तमंचे के साथ दबोच लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया। आरोपित महिला के ननद का बेटा बताया गया है, जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

सिविल लाइन पश्चिम खेड़ा की अमित कुशवाहा कानपुर ओएफसी में जूनियर वर्क मैनेजर (जेडब्ल्यूएम) हैं। अमित की शादी रायबेरली के थाना खीरो के तुगना गांव के चंद्रभान के साथ हुई थी। चार साल से दंपति में विवाद है। अमित सोमवार को रायबरेली कोर्ट में पति से तलाक मामले में गवाही देने आई थीं। मंगलवार को सीओ दफ्तर के सामने संत मीता शाह समाधि स्थल पर लगे मेले में मां विजय लक्ष्मी व भाई अजय के साथ आई थीं।

समाधि स्थल पर दर्शन के बाद अमित कार में बैठ गई। भाई-मां खरीदारी कर रहे थे। इसी बीच एक युवक ने अमित पर फायर झोंक दिया। दो गोलियां सिर व गले में लगने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। जख्मी अमित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। भाई अजय प्रकाश ने अमित के ननद के बेटे गोकुल को नामजद किया है। पुलिस ने गोकुल पर केस दर्ज कर जांच रही है।

सीओ दफ्तर के सामने सुरक्षा व्यवस्था तार-तार
सीओ आफिस के बाहर महिला को गोली मारे जाने से सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। संत मीता शाह समाधि स्थल पर लगे मेले में चौकसी को लेकर पुलिस कितनी सतर्क थी यह पता चल गया। सवाल उठने लगा है कि पुलिस अपने आफिस के बाहर लोगों को सुरक्षित नहीं कर पा रही है तो दूर दराज इलाके में सुरक्षा कैसी होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

पुरवा पुलिस की निष्क्रियता से क्षेत्र में आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले मंगतखेड़ा में हुए बड़े मामले में पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी। एक के बाद एक लगातार बड़ी घटनाएं हो रही है लेकिन पुरवा पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सीओ विक्रमाजीत के कार्यालय के सामने मेला लगा था। उस समय सीओ बक्सर ड्यूटी पर थे। सुरक्षा की जिम्मेदारी कोतवाली प्रभारी चंद्रभान की थी। मेले में ना तो सुरक्षा का इंतजाम था और ना ही ट्रैफिक दुरुस्त करने की व्यवस्था। आरोपित युवक ने एक के बाद एक दो बार तमंचे में गोली मारी और पुलिस बेसुध रही।

आरोपित को दबोच भीड़ ने रखी पुलिस की लाज
गनीमत थी कि मेले में मौजूद लोगों ने घेराबंदी कर आरोपित को हिम्मत जुटाकर दबोचा ना होता तो पुलिस उसे कब गिरफ्तार कर पाती, पता नहीं। भीड़ ने ही बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची थी तो युवक को गाड़ी में बैठाने ले जा रही थी। तब भीड़ ने बताया कि युवक ने गाड़ी में बैठी महिला को गोली मारी है।

कोर्ट से गवाही देकर लौटी थी महिला
परिजनों के मुताबिक महिला अधिकारी अमित कुशवाहा का उसके पति चंद्रभान से चार साल से विवाद चल रहा है। अमित के कोई संतान नहीं है। उनका पति से तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। सोमवार को रायबरेली कोर्ट में मामले की गवाही लगी थी। अमित कुशवाहा गवाही देने के बाद मंगलवार कार से लौटकर पुरवा पहुंची थीं। तभी ननद के बेटे गोकुल ने वारदात को अंजाम दे डाला।

दो तमंचा लिए था आरोपित
गोलीकांड के बाद मेला में भगदड़ मच गई थी। उधर, गोली की आवाज सुनकर कुछ लोग अगल बगल हो गए और आरोपित युवक की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे। लोगों के मुताबिक आरोपित गोकुल के पास 315 बोर के दो तमंचा थे।