पुलिस डेटाबेस से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं के बारे में गोपनीय जानकारी निकाली गई। केरल पुलिस के एक सिविल पुलिस अधिकारी (सीपीओ) पर जानकारी लीक करने का आरोप।
गिरफ्तार एसडीपीआई कार्यकर्ताओं की फोन की जांच से पुलिस अधिकारी के साथ संबंध का हुआ खुलासा।
इडुक्की (केरल): सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के सदस्यों को पुलिस डेटाबेस से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ताओं के बारे में गोपनीय जानकारी देने के आरोप में केरल पुलिस ने एक सिविल पुलिस अधिकारी (सीपीओ) को निलंबित कर दिया।
थोडुपुझा के उपाधीक्षक ने कहा कि पुलिस को इस अधिकारी के एसडीपीआई के साथ कथित संबंधों के बारे में उस समय पता चला जब पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को केएसआरटीसी बस कंडक्टर (उप चालक) पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
एसडीपीआई कार्यकर्ताओं की फोन की जांच से हुआ खुलासा
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार एसडीपीआई कार्यकर्ताओं के फोन की जांच से यह खुलासा हुआ कि उनमें से एक के पास सीपीओ अनस का नंबर था और वह अधिकारी के साथ संपर्क में था। अधिकारी ने बताया कि आगे की जांच में यह पता चला कि सीपीओ ने पुलिस डेटाबेस से एसडीपीआई को आरएसएस कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारियां दी थी और इसके परिणामस्वरूप उसे निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ जल्द ही अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी। अनस इडुक्की जिले में करीमन्नूर थाने में सीपीओ था। पुलिस ने बताया कि केएसआरटीसी बस कंडक्टर से फेसबुक पर कथित तौर पर इस्लाम विरोधी पोस्ट साझा करने को लेकर मारपीट की गई थी।
आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या मामले में एक और गिरफ्तारी
एसडीपीआई के कार्यकर्ताओं को 2 दिसंबर को इडुक्की जिले के थोडुपुझा में मधुसूदन नाम के एक बस कंडक्टर के साथ मारपीट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनके पुलिसकर्मी से संबंध का खुलासा हुआ।
इस बीच पलक्कड़ जिले में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या मामले में जांच कर रहे केरल पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को चेरपुलसेरी इलाके से एक एसडीपीआई कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया।
जिला पुलिस प्रमुख आर विश्वनाथ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सीधे तौर पर हत्या में शामिल है। उसने पीड़ित पर तलवार से हमला किया था। इसके साथ मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या भी अभी 6 हो गई है।
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