घरेलू उड़ानों की बहाली को लेकर केंद्र राज्यों सरकारों पर निर्भर …

भारत में मोदी सरकार द्वारा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये 25 मार्च को लॉकडाउन लागू करने के बाद से यात्री उड़ानें निलंबित हैं। देश में घरेलू उड़ानों को शुरू करने के मामले में केंद्र सरकार का दोहरा मापदंड मंगलवार को देखने में आया, जब मंगलवार को केंद्र ने कहा कि देश में घरेलू उड़ानों को शुरू करने के मामले में राज्‍यों की सहमति आवश्यक है। जब कि इससे पहले श्रमिक स्‍पेशल ट्रेन चलाने के मामले में केंद्र ने राज्‍यों की सहमति को जरूरी नहीं माना था। घरेलू उड़ानों को शुरू करने के मुद्दे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया,’घरेलू उड़ानों की बहाली का फैसला केवल मिनिस्‍ट्री ऑफ सिविल एविएशन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया या केंद्र अकेले नहीं ले सकता। सहकारी संघवाद की भावना के तहत जिन राज्यों से ये उड़ानें उड़ान भरेंगी या उतरेंगी, उन्हें नागर विमानन संचालन की अनुमति देने के लिये तैयार होना चाहिये।’

बतादें कि इससे पहले दिन में केंद्र ने राज्यों के बीच प्रवासी श्रमिकों के परिवहन के लिए एक नया मानक संचालन प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया था उसमें गृह मंत्रालय ने प्रवासियों की आवाजाही के लिए अपने संशोधित एसओपी में राज्य की सहमति को जरूरी नहीं बताया था।