संविधान से आरक्षण खत्म करने की BJP-RSS की साजिश कामयाब नहीं होंगे-राहुल गांधी

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकारी नौकरी में आरक्षण खत्म करने पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर केन्द्र सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा आरक्षण के खिलाफ है, इसलिए वे किसी न किसी तरह से आरक्षण को भारत के संविधान से खत्म कर देना चाहते हैं।

बीजेपी के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे

राहुल गांधी ने सरकार को आड़े हाथे लेते हुए कहा कि पहले उन्होंने रविदास मंदिर तोड़ा क्योंकि जो एससी-एसटी कम्युनिटी है ये लोग उसे आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं। बीजेपी की रणनीति आरक्षण को रद्द करने की है, लेकिन बीजेपी वाले कितना भी सपना देख लें ऐसा कभी नहीं होगा। आरक्षण संविधान का हिस्सा है, बीजेपी की ओर से इसे ही खत्म करने की कोशिश की जा रही है।

कांग्रेस नेता बोले कि मैं हिंदुस्तान की जनता को कह रहा हूं कि हम रिजर्वेशन को कभी नहीं मिटने देंगे, चाहे मोदी जी सपना देखे या मोहन भागवत सपना देखें…हम ऐसा नहीं होने देंगे।

आरक्षण का दावा मौलिक अधिकार नहीं-एससी

बीते दिनों एक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण का दावा करना मौलिक अधिकार नहीं है। ऐसे में कोई अदालत राज्य सरकारों को एसटी और एससी वर्ग के लोगों को आरक्षण देने का निर्देश नहीं जारी कर सकती है। आरक्षण देने का अधिकार और दायित्व राज्य सरकारों के विवेक पर निर्भर है।

एनडीए से भी उठी है आवाज़!

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष ही नहीं बल्कि एनडीए के सहयोगी दलों ने भी केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। एनडीए की सहयोगी एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का ताजा फैसला एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण के अधिकार से वंचित करता है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का विरोध करेंगे।